नई दिल्ली । आज के वक्त में हर किसी में पीठ दर्द की की परेशानी हो रही है। एक रिपोर्ट की मानें तो ऑफिस में ज्यादा वक्त तक काम करने के कारण लोगों को एक ही पोजिशन में बैठना पड़ता है इसके कारण उन्हें दर्द शुरू होता है।
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कई बार तो यह दर्द इतना हो जाता है कि कोई भी शख्स इसे सहन नहीं कर पाता है। पर ध्यान देने वाली चीज यह है कि यह सिटिंग जॉब के कारण होने वाला मामूली दर्द हो। ये दर्द कई गंभीर समस्याओं का संकेत भी हो सकता है। चलिए जानते हैं इसके बारे में।
हर्नियेटेड डिस्क- लोअर बैक पेन का मतलब आपको स्लिप डिस्क की समस्या भी हो सकती है। स्लिप डिस्क को हर्नियेटेड डिस्क के नाम से भी जाना जाता है ।और जानकारी आपको दे दें कि रीढ़ की हड्डियों को सहारा देने के लिए, उन्हें लचीला बना कर रखने के लिए और चोट और झटके से बचाने के लिए छोटी-छोटी गद्देदार डिस्क होती है, अगर फिर यह डेस्क किसी वजह से सूज जाती है तो कमजोर पड़ने लगती है, ऐसे में उन्हें स्लिप डिस्क कहा जाता है।
किडनी में पथरी-लोअर बैक पेन किडनी में पथरी के वजह से भी हो सकता है। गुर्दे की पथरी का कठोर जमाव होता है जो गुर्दे में बनती है और ना सहने वाले दर्द की वजह भी वो बन सकती है। ध्यान देने वाली बात तो यह है कि ये पीठ के निचले हिस्से तक फैल सकती है। दर्द रुक-रुक कर या लगातार हो सकता है।
गठिया-रुमेटीइड गठिया या एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस जैसी सूजन संबंधी स्थितियां, पीठ के निचले हिस्से सहित जोड़ों में पुरानी सूजन और कठोरता का कारण बन सकती हैं। इसके कारण अक्सर पीठ के निचले हिस्से में दर्द महसूस होता है। वहीं कुछ अंदरुनी इंफेक्शन जैसे यूटीआई के चलते भी बैक पेन हो सकता है। ऐसे में इसे इग्नोर करने के बजाए तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।
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