विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यह काफ़ी गौरव का विषय है कि वैश्विक महाशक्तियों के सामने आज हम आंखों में आंख मिलाकर बात करते हैं।
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वाराणसी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यह काफ़ी गौरव का विषय है कि वैश्विक महाशक्तियों के सामने आज हम आंखों में आंख मिलाकर बात करते हैं।
यह भारत की विदेश नीति का ही परिणाम है कि यूक्रेन-रूस युद्ध के कारण जब तमाम देशों में खाद, पेट्रोल- डीज़ल एवं जैविक पदार्थों की भारी किल्लत हो रही थी और इनके दामों में भी वृद्धि देखने को मिल रही थी। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने बिना किसी दबाव के रसिया से तेल लिया। जिसकी वजह से आज भारत में तेल के दाम स्थिर हैं।
वह G-20 सम्मेलन से पूर्व रविवार को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के सभागार में आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। संगोष्ठी का विषय ‘भारतीय विदेश नीति : उद्देश्य और विशेषताएं’ था। अपने संबोधन में उन्होंने भारत की शाश्वत विदेश नीति के ऊपर जोर देते हुए कहा कि यह काफ़ी गौरव का विषय है कि वैश्विक महाशक्तियों के सामने हम आँखों में आंख मिलाकर बात करते हैं।
सरकार देश के प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध
विदेश मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार देश के प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा और उनकी सहूलियत के लिए प्रतिबद्ध है। यही वजह है कि चाहे वह यूक्रेन हो या फिर अफगानिस्तान। भारत सरकार के दूरदर्शी नेतृत्व का फल है कि विकट परिस्थितियों में वहां फंसे हुए हमारे तमाम छात्रों और नागरिकों को सकुशल वापस निकाल कर दिखाया।
विदेश मंत्री ने काशी वासियों और सभागार में पहुचें तमाम प्रबुद्धजनों को संबोधित करते हुए कहा कि इस G-20 शिखर सम्मेलन के बाद काशी में पर्यटन अत्यंत व्यापक तौर पर फैलेगा।