राजधानी लखनऊ के आशियाना इलाके में मकान मालिक की दो किराएदार भाईयों ने हत्या कर दी। बाइक से शव ले जाकर 10 किमी दूर इंदिरा नहर में फेंक दिया। दोनों के बीच किराएदारी को लेकर तीन साल से विवाद था।
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लखनऊ। राजधानी लखनऊ के आशियाना इलाके में मकान मालिक की दो किराएदार भाईयों ने हत्या कर दी। बाइक से शव ले जाकर 10 किमी दूर इंदिरा नहर में फेंक दिया। दोनों के बीच किराएदारी को लेकर तीन साल से विवाद था।
मोबाइल लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंची। दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। मृतक वीरेंद्र नरूला लखनऊ में कॉस्मेटिक कारोबारी थे। पुलिस रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही है।
जानें मामला
आशियाना एल्डिको उद्यान प्रथम हरमनी कॉलोनी निवासी वीरेंद्र नरूला अपनी पत्नी अमला के साथ रहते हैं। उनके बेटे सिद्धार्थ और गौरव पास में ही बने अपने-अपने घर में रहते हैं। वीरेंद्र का एक मकान रामनगर में है, जिसमें हरिवंश सिंह अपनी पत्नी बलजीत कौर और बेटे सुखविंदर उर्फ विक्की व अजीत उर्फ टीटू के साथ 14 सालों से किराए पर हैं।
किराएदारी को लेकर करीब तीन साल से वीरेंद्र और हरिवंश के बीच विवाद चल रहा है। रविवार को दिन में दो बजे वीरेंद्र अपनी बाइक से किराया लेने गए थे। लेकिन घर नहीं लौटे। बेटे सिद्धार्थ ने मोबाइल स्वीच ऑफ होने पर पुलिस को सूचना दी थी।
आरोपियों ने जुर्म कबूला
आशियाना पुलिस ने किराएदार हरिवंश के दोनों बेटों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया। दोनों ने बताया कि वीरेंद्र घर आए थे। हम दोनों भाईयों से उनकी लड़ाई हुई। चोट लगने से वो बेहोश हो गए। घर पर ही दम तोड़ दिया। हम दोनों भाईयों ने शव को यहां से ले जाकर इंदिरा नहर में फेंक दिया।
डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि आरोपियों ने वीरेंद्र के दोबारा घर पहुंचने पर किराएदारी को लेकर विवाद किया। वीरेंद्र के सिर पर हमला किया, वो बेहोश हो गए, बाद में दम तोड़ दिया। दोनों भाईयों ने मकान मालिक के शव को करीब 12 घंटे तक छिपाए रखा। घटना स्थल से खून साफ किया। उसके बाद सोमवार तड़के शव को बाइक से गोसाईंगंज से गुजरी इंदिरा नगर में फेंक आए।