धर्मशाला में जोरावर स्टेडियम में मंगलवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आभार रैली हो रही थी. इस रैली में IPS साजू राम राणा की ड्यूटी लगी थी. आभार रैली के दौरान साजू राम को हार्ट अटैक आया और उनकी मौत हो गई. वह ऊना जिला के जंगलबैरी बटालियन में तैनात थे. सीएम सुक्खू ने उनके निधन पर शोक जताया.
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हिमाचल प्रदेश के CM सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मशाला रैली के दौरान ड्यूटी पर तैनात IPS अधिकारी साजू राम राणा की हार्ट अटैक से मौत हो गई. वे हमीरपुर के जंगलबैरी पुलिस बटालियन में बतौर कमांडेंट तैनात थे. रैली के दौरान हार्ट अटैक आने के बाद उन्हें कांगड़ा के टांडा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
अचानक बिगड़ी तबीयत मिली जानकारी के अनुसार, IPS राणा की ड्यूटी CM की अभिभावदन रैली के लिए जोरावर स्टेडियम में लगी थी. इस दौरान दोपहर के समय उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी. उनके सीने में दर्द उठा और वे अचेत हो गए. इसके बाद तुरंत उन्हें एंबुलेंस में टांडा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन यहां उनकी यहां मौत हो गई.साल 2020 में साजू राम राणा को राष्ट्रपति ने उत्कृष्ट सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया था. पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने कहा कि राणा कर्मठ पुलिस अधिकारी थे.
सीएम ने जताया दुख
पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने कहा कि राणा कर्मठ पुलिस अधिकारी थे. राणा के निधन पर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि वह दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं तथा प्रदेश सरकार राणा के परिवार को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी.
उत्कृष्ट सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित थे राणा
वर्ष 2020 में आईपीएस अधिकारी स्व. साजू राम राणा को भारत सरकार ने उत्कृष्ट सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था. वह 1 सितंबर,1990 को पुलिस विभाग में बतौर निरीक्षक भर्ती हुए थे। अपनी 32 साल 11 महीने के सेवाकाल के दौरान उन्होंने प्रदेश की विभिन्न जिलों में बतौर उप पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित जिला कांगड़ा, बिलासपुर, सोलन, चंबा और भारतीय आरक्षित वाहिनियों में अपनी सेवाएं दी। वर्ष 2009 में उनकी बतौर पुलिस अधीक्षक पदोन्नति हुई थी. जनवरी 2020 में उनकी आईपीएस में पदोन्नति हुई थी.