झारखंड के कई ऐसे जनपद हैं जहां पर मुस्लिम आबादी तेजी से बढ़ रही है और इसी को वजह बनाते हुए वहां के स्कूलो में साप्ताहिक अवकाश रविवार की जगह पर शुक्रवार को कर दिया गया है। लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि इन सब चीजों से प्रशासन बेखबर है।
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नई दिल्ली, 10 जुलाई 2022। झारखंड में जामताड़ा में करीब सौ सरकारी स्कूल ऐसे हैं जहां पर मुस्लिम आबादी अधिक होने की वजह से साप्ताहिक अवकाश रविवार से बदलकर शुक्रवार कर दिया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि जुमे के दिन स्कूल में टीचर और स्टूडेंट्स दोनों ही स्कूल नहीं आते हैं। लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि इन सभी चीजों से प्रशासन बेखबर है। बीते दिनों झारखंड के ही एक स्कूल में प्रार्थना के समय हाथ जोड़ने के नियम को बदलने की खबर चर्चा में थी। यहां पर भी मुस्लिम आबादी अधिक होना ही कारण बताया गया था।
उपायुक्त ने कुछ भी बोलने से किया इंकार
जामताड़ा जनपद में मुस्लिम आबादी अधिक है। जिन गांवों व इलाकों में मुस्लिम समुदायों के लोगों की संख्या अधिक हैं वहां के स्कूलों की छुट्टी का दिन जुमा तय कर दिया गया है। इसके साथ ही स्कूलों के नाम के आगे भी उर्दू शब्द को लिख दिया गया है। इस पर जामताड़ा के उपायुक्त फैज अक अहमद मुमताज ने कुछ भी कहने से मना कर दिया है। मामला शिक्षा विभाग द्वारा पता करने को कहा।
जानकारी के अनुसार बिराजपुर के उत्क्रमित उच्च विद्यालय व मध्य विद्यालय सतुआतांड के अलावा भी कई स्कूलों की छुट्टी का दिन जुमा यानी शुक्रवार कर दिया गया है। ज्यादातर स्कूल करमाटांड, जामताड़ा व नारायणपुर में स्थित हैं। इन विद्यालयों को शुक्रवार को अवकाश लेने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से कोई निर्देश जारी नहीं किये हैं। इसके बावजूद भी स्कूलों को शुक्रवार को बंद रखा जा रहा है। फिलहाल ये साफ नहीं हो पाया है कि शुक्रवार का अवकाश कब से शुरू किया गया है। जानकारी के अनुसार जनपद में करीब 1084 सरकारी विद्यालय हैं।
हालांकि, इस मामले में विद्यालय के शिक्षक भी कुछ बोलने से कतरा रहे हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इसे लेकर कहा है कि सरकार की ओर से लेटर आया था कि उर्दू विद्यालयों में रविवार की जगह शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश दिया जाएगा।