सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हेमंत सोरेन अपने पास मौजूद विकल्पों को देखने की कोशिश में लगे हुए हैं। हेमंत सोरेन के पास चुनाव आयोग से और समय मांगने का विकल्प है क्या जवाब देकर आयोग के अगले कदम का भी इंतजार कर सकते हैं।
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लीज कंपनी के पार्टनर मामले में सीएम हेमंत सोरेन के भाई और झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक बसंत सोरेन को चुनाव आयोग ने नोटिस भेज पूछा था, आखिर आप की सदस्यता क्यों न समाप्त की जाए। बसंत सोरेन से चुनाव आयोग ने जवाब देने को कहा है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चुनाव आयोग को जवाब देने की तैयारी कर रहे हैं। गुरुवार की रात सीएम हेमंत सोरेन हैदराबाद से रांची आये। उसके बाद अपने सरकारी आवास पर कांके रोड आए जहां उन्होंने अपने विश्वसनीय लोगों के साथ बातचीत की सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हेमंत सोरेन अपने पास मौजूद विकल्पों को देखने की कोशिश में लगे हुए हैं। हेमंत सोरेन के पास चुनाव आयोग से और समय मांगने का विकल्प है क्या जवाब देकर आयोग के अगले कदम का भी इंतजार कर सकते हैं।
राजनीतिक जानकारों का यह भी मानना है की इस राजनीतिक उठापटक के बीच हेमंत सोरेन राजभवन में इस्तीफे की पेशकश भी कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में झारखंड की बागडोर शिबू सोरेन को सौंपी जा सकती है। हालांकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन क्या कदम उठाने वाले हैं, इस पर से अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। सबकी नजरें उन के अगले कदम पर टिकी हुई है। सीएम हेमंत सोरेन को भारतीय निर्वाचन आयोग ने नोटिस भेजा है उसमें उनकी जवाब देने की अंतिम तिथि 10 मई है।