सिदो-कान्हू की जन्मभूमि से बाबूलाल मरांडी की संकल्प यात्रा का आगाज हो गया। यानि बीजेपी यात्रा के जरिए सियासी युद्ध का आगज कर चुकी है।
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रांची। सिदो-कान्हू की जन्मभूमि से बाबूलाल मरांडी की संकल्प यात्रा का आगाज हो गया। यानि बीजेपी यात्रा के जरिए सियासी युद्ध का आगज कर चुकी है। ये सकंल्प यात्रा झारखंड कि सियासत की सियासी सीरत और सूरत को कितना बदलेगी ये तो मालूम नहीं मगर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल इस यात्रा से उम्मीदें पाले हुए हैं ।
मरांडी का दावा ये कि इस संकल्प यात्रा के शंखनाद के साथ ही झारखंड की जनता को हेमंत सोरेन के कुशासन से मुक्ति दिलाने का बिगुल फूंका जा चुका है l अब बीजेपी संकल्प यात्रा में उमड़े जनसैलाब को प्रमाण बता रही है कि भीड़ अब भ्रष्ट, निकम्मी और अहंकारी हेमंत सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प ले चुकी है।
तो वहीं कांग्रेसी और जेएमएम के नेता कटाक्ष कर रहे हैं कि ये यात्रा बाबूलाल मरांडी सिर्फ इस लिए निकाल रहे हैं ताकि खुद को जेएमएम में साबित कर सके।
जबकि बीजेपी दम भर रही है कि इस यात्रा के आगाज से सत्ता डर गई है । वैसे तो बरहेट से संकल्प यात्रा का आगाज तो हो गया मगर 40 दिनों तक ये संकल्प यात्रा चलेगी और बीजेपी के रोप मैप के मुताबिक सभी विधानसभा क्षेत्रों में यात्रा जाएगी बकायदा हर विधानसभा क्षेत्र में 2 जनसभा भी होगी और यात्रा के समापन पर रांची में बड़ी जनसभा होगी और वो भी 10 अक्टूबर को। मगर सवाल ये इस यात्रा के जरिए झारखंड की सियासी सूरत क्या बदलेगी देखना दिलचस्प होगा ।