नई दिल्ली, 25 मई 2022। कांग्रेस के बड़े नेता माने जाने वाले कपिल सिब्बल ने पार्टी छोड़ दी है। आज उन्होंने सपा के समर्थन से राज्यसभा के लिए नामांकन किया। आपको बता दें कि कपिल सिब्बल कांग्रेस के हाईकमान राहुल पर कई सवाल उठा चुके हैं। नामाकंन के समय कपिल सिब्बल के साथ सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव व रामगोपाल यादव भी मौजूद रहे। अपना नामांकन करने के बाद सिब्बल ने बताया कि वह 16 मई को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं।
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सिब्बल अभी यूपी से कांग्रेस के सांसद हैं, लेकिन यूपी में पार्टी के पास इतने विधायक नहीं है कि उन्हें दोबारा से राज्यसभा भेजा जा सके। इस बात को लेकर भी कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन अब कपिल सिब्बल ने सपा की तरफ से नामांकन दाखिल कर सभी तरह की अटकलों पर विराम लगा दिया है। वर्ष 2016 में सिब्बल को सपा के समर्थन पर कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में यूपी की ओर से राज्यसभा के लिए चुना गया था। इस बार उनके नामांकन से माना जा रहा है सपा को कपिल सिब्बल के रूप में एक बड़ा नेता और कानूनी सलाहकार भी मिल जाएगा।
यूपी में विधासभा सीटों के समझें
यूपी में विधानसभा में 403 सीटे हैं, जिसमें से दो खाली हैं। ऐसे में राज्यसभा जाने के लिए एक सीट पर 36 विधायकों का वोट चाहिए होगा। भाजपा गठबंधन के पास करीब 273 विधायक हैं, जिसके मुताबिक 7 सीटे उनको अपने पक्ष में करने में कोई परेशानी नहीं होगी। वहीं सपा के पास 125 विधायक हैं। इस तरह उसको 3 सीटे जीतने में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना होगा। लेकिन राज्यसभा की 11वीं सीट के लिए सपा और भाजपा में बड़ी खिंचातान होगी।
फिलहाल अभी भाजपा ने भी अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित नहीं किये हैं। यूपी में अभी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो, बसपा का एक व कांग्रेस के दो विधायक हैं। जनसत्ता दल के विधायकों का समर्थन भाजपा, तो वहीं बसपा व कांग्रेस के विधायकों का वोट किसी भी प्रत्याशी के पक्ष में जा सकता है।