सावन के पहले सोमवार (22 जुलाई) को बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन को रात से ही लाइन में लगे शिव भक्तों पर मुस्लिम समाज के लोगों ने पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। पानी की बोतलें बांटी। इसके जरिए आपसी सौहार्द और धार्मिक सहिष्णुता की मिशाल पेश की। बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन का क्रम देर रात तक जारी रहेगा। सावन के पहले सोमवार को बाबा विश्वनाथ के दर्शन को रात 12 बजे से ही भक्त लाइन में लग गए थे।
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वाराणसी। सावन के पहले सोमवार (22 जुलाई) को बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन को रात से ही लाइन में लगे शिव भक्तों पर मुस्लिम समाज के लोगों ने पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। पानी की बोतलें बांटी। इसके जरिए आपसी सौहार्द और धार्मिक सहिष्णुता की मिशाल पेश की। बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन का क्रम देर रात तक जारी रहेगा। सावन के पहले सोमवार को बाबा विश्वनाथ के दर्शन को रात 12 बजे से ही भक्त लाइन में लग गए थे।
हरह-हर महादेव का उद्घोष गूंजता रहा। सोमवार की भोर में बाबा की मंगला आरती हुई। इसके बाद ही दर्शन-पूजन व जलाभिषेक का क्रम शुरू हो गया। इस दौरान अधिकारियों ने श्रद्धालुओं पर पुष्प बरसाए। वहीं मुस्लिम समाज के लोगों ने भी लाइन में लगे शिव भक्तों व कांवड़ियों पर गुलाब की पंखुड़ियां बरसाकर गंगा-जमुनी तहजीब की अनूठी मिशाल पेश की।