36 IAF राफेल विमानों में से अंतिम राफेल भारत पहुंचने के लिए फ्रांस से उड़ान भरने के बाद UAE वायु सेना के टैंकर विमान से मध्य-वायु में तेजी से ईंधन भरने के बाद भारत में उतर गया है.
Updated Date
36 IAF राफेल विमानों में से अंतिम राफेल भारत पहुंचने के लिए फ्रांस से उड़ान भरने के बाद UAE वायु सेना के टैंकर विमान से ईंधन भरने के बाद भारत में उतर गया है. भारतीय वायु सेना (IAF) ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है .
FEET DRY!
'The Pack is Complete'
The last of the 36 IAF Rafales landed in India after a quick enroute sip from a UAE Air Force tanker.
Shukran jazeelan. @modgovae pic.twitter.com/5rkMikXQeS
पढ़ें :- मणिपुर में हिंसाः वोटिंग के दौरान पोलिंग बूथ पर फायरिंग, तीन जख्मी, तोड़ी EVM
— Indian Air Force (@IAF_MCC) December 15, 2022
आखिरी राफेल विमान की लैंडिंग के साथ ही देश को 36 राफेल लड़ाकू विमानों की डिलीवरी पूरी हो गई है .
क्या हैं खूबियां?
36वां राफेल विमान विकासात्मक गतिविधियों में इस्तेमाल किया गया था. अब फ्रांस ने इसके स्पेयर पार्ट्स को चेंज किया है. 15 दिसंबर को यह भारत को सौंपा जा सकता है. चीन और पाकिस्तान से चलने वाली तनातनी के बीच इस सौदे से भारतीय वायुसेना की ताकत कई गुना बढ़ी है. वायुसेना ने हाल ही में राफेल से लंबी दूरी की Meteor मिसाइल और स्कैल्प एयर-टू-गाउंड मिसाइल का सफल टेस्ट किया था. राफेल के शस्त्रागार में HAMMER मिसाइल भी जोड़ा गया है. यह मिसाइल कम दूरी में सटीक हमले करने में सक्षम है. वायुसेना की ताकत बढ़ाने के लिए आने वाले 15-20 सालों में भारत 114 मल्टीरोल फाइटर एयरक्राफ्ट का ऑर्डर देने की तैयारी में है.
आपको बता दें कि अत्याधुनिक पांच लड़ाकू विमानों की पहली खेप 29 जुलाई, 2020 को भारत पहुंची थी. अंबाला में हुए एक समारोह में भारतीय वायुसेना में औपचारिक रूपसे इसे शामिल किया गया था. बताया गया कि राफेल का पहला स्क्वॉड्रन पाकिस्तान से लगती पश्चिमी सीमा और उत्तरी सीमा की निगरानी करेगा. जबकि दूसरा स्क्वॉड्रन भारत के पूर्वी सीमा क्षेत्र की निगरानी करेगा.