यूपी में लू लगने से हॉस्पिटल में एडमिट होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। क्लाइमेट शिफ्ट इंडेक्स की एक स्टडी में बताया गया कि जलवायु परिवर्तन से उत्तर प्रदेश में लू चलने की संभावनाएं दोगुनी हो गई है।
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लखनऊ। यूपी में लू लगने से हॉस्पिटल में एडमिट होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। क्लाइमेट शिफ्ट इंडेक्स की एक स्टडी में बताया गया कि जलवायु परिवर्तन से उत्तर प्रदेश में लू चलने की संभावनाएं दोगुनी हो गई है।
क्लाइमेट शिफ्ट इंडेक्स वैज्ञानिकों का एक स्वतंत्र अमेरिकी समूह है। क्लाइमेट शिफ्ट इंडेक्स जलवायु परिवर्तन की वजह से तापमान में आए बदलाव पर रिसर्च करने का काम कर रहा है।
हाल ही में उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के जिला अस्पताल में सोमवार तक पांच दिनों में 68 मरीजों की मौत हो गई। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि लू लगने से केवल दो लोगों की मौत हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देवरिया जिले में भी भीषण गर्मी की वजह से कई लोगों की मौतें हुईं।
अब भीषण गर्मी का जलवायु परिवर्तन कनेक्शन पर सीएसई ने काम करना शुरू कर दिया है। क्लाइमेट सेंट्रल के शोधकर्ताओं ने इसका विश्लेषण किया कि ऐतिहासिक औसत से तापमान कितना और कितनी बार बढ़ा है। लू ने भारत में लाखों लोगों को प्रभावित किया।
उत्तर प्रदेश और बिहार सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। जबकि महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र, पूर्वी मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश जैसे अन्य राज्यों में भी उच्च तापमान दर्ज किया गया।