यूपी के बुलंदशहर जिले में स्वयंभू तहसीलदार बनकर पेशकार ने फर्जी दस्तखत से 177 केस निपटा दिए। यह जानकर अफसर भी हैरान हो गए। बुलंदशहर की खुर्जा तहसील के तत्कालीन तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर कर पेशकार ने 177 वादों का निस्तारण कर पोर्टल पर अपलोड भी कर दिया।
Updated Date
बुलंदशहर। यूपी के बुलंदशहर जिले में स्वयंभू तहसीलदार बनकर पेशकार ने फर्जी दस्तखत से 177 केस निपटा दिए। यह जानकर अफसर भी हैरान हो गए। बुलंदशहर की खुर्जा तहसील के तत्कालीन तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर कर पेशकार ने 177 वादों का निस्तारण कर पोर्टल पर अपलोड भी कर दिया।
खुलासा होने पर अफसर भी हैरान रह गए। इस मामले में अफसरों ने पेशकार दीपक गोयल को सस्पेंड कर विभागीय जांच शुरू कर दी है। डीएम चन्द्र प्रकाश सिंह ने आरोपी पेशकार दीपक गोयल को निलंबित कर अनूपशहर तहसील में संबद्ध कर दिया है। डीएम ने मामले की जांच एसडीएम सदर देवेन्द्र पाल सिंह को सौंपी है।
संजय कुमार खुर्जा तहसील में तहसीलदार के पद पर 13 फरवरी से 30 जून 23 तक रहे। प्रोन्नत होने पर वर्तमान में गोरखपुर जनपद में एसडीएम हैं। जांच में तहसीलदार के पेशकार दीपक गोयल को प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया। डीएम ने आरोपी पेशकार को निलंबित कर दिया है। आरोपी पेशकर दीपक गोयल बुलंदशहर के खुर्जा तहसील में तैनात था।