पहाड़ों पर अतिक्रमण को लेकर हुई कर्रवाई अब मानसून सत्र में सियासी मुद्दा बन गया है। इस कार्रवाई पर जहां विपक्षी दल सड़क से लेकर सदन तक हंगामा कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ सत्ता पक्ष जनता को भरोसा दे रही है की उन्हें कुछ नहीं होने दिया जाएगा।
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देहरादून। पहाड़ों पर अतिक्रमण को लेकर हुई कर्रवाई अब मानसून सत्र में सियासी मुद्दा बन गया है। इस कार्रवाई पर जहां विपक्षी दल सड़क से लेकर सदन तक हंगामा कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ सत्ता पक्ष जनता को भरोसा दे रही है की उन्हें कुछ नहीं होने दिया जाएगा।
उत्तराखंड में इन दिनों पहाड़ों पर बुलडोजर गरजते हुए नजर आ रहे है। बुलडोजर की आवाज जहां जनता को हैरान और अतिक्रमण कारियों को परेशान कर रही है। तो वहीं सियासी दलों के लिए राजनीति का एक और मौका देने का काम भी कर रहे हैं।
पहाड़ों पर हुई अतिक्रमण हटाओ अभियान की इस कार्रवाई को सत्ता पक्ष हाईकोर्ट का निर्देश बता रही है। जिसमें प्रशासन की तरफ से इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। लेकिन जनता की परेशान पर विपक्ष हल्ला बोल रही है।अतिक्रमण पर हो रही कार्रवाई पर खुद सीएम पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि ये कार्रवाई हाईकोर्ट के निर्देश पर हो रही है । जिसमें कोई पक्षपात नहीं किया जा रहा है। लेकिन अतिक्रमण पर कार्रवाई जरुर की जाएगी। व्यापारियों पर परेशान नहीं किया जाएगा।
वहीं दूसरी तरफ इस कार्रवाई पर कांग्रेस सरकार पर दोहरी नीति का आरोप लगा रही है। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार लोगों के आशियानों और उनके रोजगारों को उजाड़ने का काम कर रही है। जिसका विरोध विपक्ष सड़क पर भी और सदन में भी करेगी।
अतिक्रमण को लेकर की गई कार्रवाई पर जनता की सुध भले ही नेता अपने बयानों में दिखाने का काम कर रहे हों। लेकिन धरातल पर जनता की इस परेशानी का कोई हल होता नहीं दिख रहा है। ऐसे ये तय है की पहाड़ हो या मैदान अतिक्रमण पर धामी सरकार का बुलडोजर गरजता हुआ नजर आएगा।