मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आज का युवा काफी परेशान है। देश में निवेश न आने की वजह से बड़े कारखाने बंद हो रहे हैं। सरकारी नौकरियां कम हो रही हैं। वह सरकार को याद दिलाना चाहते हैं कि उन्होंने दो करोड़ नौकरियां हर साल देने का वादा किया था।
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नई दिल्ली : राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को बेरोजगारी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार हर वर्ष दो करोड़ रोजगार देने के वादे को पूरा नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि पिछले 7 सालों के दौरान भाजपा सरकार को अब तक 15 करोड़ नौकरियां देनी चाहिए थी। सवाल उठता है कि सरकार ने आखिर कितनी नौकरियां मुहैया कराई। इस वर्ष के बजट में अगले 5 साल में केवल 60 लाख नौकरियां देने का वादा किया गया है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान चली चर्चा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज राज्यसभा में यह बातें कहीं।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आज का युवा काफी परेशान है। देश में निवेश न आने की वजह से बड़े कारखाने बंद हो रहे हैं। सरकारी नौकरियां कम हो रही हैं। वह सरकार को याद दिलाना चाहते हैं कि उन्होंने दो करोड़ नौकरियां हर साल देने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि आज दो करोड़ से ज्यादा लोग बेरोजगार हो गए हैं। बिहार और उत्तर प्रदेश में केवल रेलवे में नौकरियों के लिए लोग सड़क पर आ गए हैं। दूसरी ओर उन्हें जानकारी मिली है कि करीब 9 लाख सरकारी नौकरियां खाली पड़ी हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में अपेक्षा थी कि गरीबों और किसानों के लिए कुछ बातें कही जायेंगी। इसमें महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं का कोई जिक्र नहीं था। किसान-मजदूर के हालात सुधारने के लिए कुछ नहीं था। खड़गे ने इस दौरान कहा कि आज देश में सच बोलने वाले को देशद्रोही कहा जाता है। यह लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि सरकार कहती है कि पिछले 70 वर्षों में कुछ नहीं हुआ। अगर 70 साल में कुछ नहीं किया गया होता तो आज आप जिंदा नहीं रहते। आज देश में लोकतंत्र और संविधान है उसी के वजह से आप लोग भी हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए तो कहा जाता है कि धर्म खतरे में है।