हरियाणा के फ़रीदाबाद में पहली बार आयोजित चार दिवसीय इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल 2023 का समापन हुआ। सूबे के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने थिस्टी बायोटैक सेंटर में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल में शिरकत की। थिस्टी बायोटैक इंस्टीट्यूट में मुख्यमंत्री समेत उच्चतर शिक्षा मंत्री मूलचंद शर्मा भी पहुंचे।
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फ़रीदाबाद। हरियाणा के फ़रीदाबाद में पहली बार आयोजित चार दिवसीय इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल 2023 का समापन हुआ। सूबे के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने थिस्टी बायोटैक सेंटर में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल में शिरकत की। थिस्टी बायोटैक इंस्टीट्यूट में मुख्यमंत्री समेत उच्चतर शिक्षा मंत्री मूलचंद शर्मा भी पहुंचे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम और फरीदाबाद को बड़ी सौगात दी। उन्होंने घोषणा की है कि जल्द ही फरीदाबाद और गुरुग्राम में 50 एकड़ की भूमि में साइंस सिटी का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कोरोना के समय जहां त्राहि-त्राहि मची थी तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारे वैज्ञानिकों ने दो-दो वैक्सीनों का निर्माण किया।
जिससे न केवल भारत के लोगों को राहत मिली बल्कि पूरे विश्व में इस वैक्सीन को भेजने का काम किया गया। इस वैक्सीन से लोगों की जान बचाने में काफी मदद मिली। इसके लिए वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हैं। फरीदाबाद में आयोजित विज्ञान मेले में पहुंचे पूरे देशभर के लगभग 5 हजार छात्रों का मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने धन्यवाद किया।
उन्होंने कहा कि विज्ञान आज से नहीं है बल्कि आदिकाल से है। विज्ञान किसी प्रदेश या देश का नहीं होता बल्कि पूरे विश्व के लिए होता है। विज्ञान का लाभ हर व्यक्ति को पहुंचता है। विज्ञान एक सीमा नहीं होती बल्कि लगातार चलने वाली प्रक्रिया है। युवाओं की जिज्ञासाओं को साकार करने के लिए विज्ञान का सहारा युवा लेते हैं और उसमें कामयाब भी होते हैं। जिससे सभी का भला होता है।
उन्होंने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा पुरस्कार नोबेल पुरस्कार हमारे देश के 12 वैज्ञानिकों को मिल चुका है। उनका कहना था कि अभी डीटी ड्रोन के माध्यम से हमारी कोई भी बहन-बेटी खेतों में जाकर खाद का छिड़काव कर सकती है। विकसित भारत के नाते से बहुत प्रयोग किया जा रहे हैं। हमारे हमारे देश की अर्थव्यवस्था काफी अच्छी हो गई है।