अमित शाह ने बुधवार को मुंबई का अपना दो दिवसीय दौरा समाप्त कर लिया लेकिन आज इस घटना की खबर मिली है। सुरक्षा उल्लंघन की पुष्टि तब हुई जब पुलिस ने सत्यापित किया कि शाह की सुरक्षा सूची में आरोपी का नाम नहीं था।
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Amit Shah’s security lapse: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा में हुई बड़ी चूक, कई घंटों तक इर्द-गिर्द अफसर बनकर घूमने वाला और अपने आप को एमपी का पीए बताने वाला शख्स गिरफ्तार। बड़ी बात यह है कि इस शख्स ने खुद को आंध्र प्रदेश के सांसद का पीए बताया और लंबे वक्त तक अमित शाह के आस पास ही मंडराता रहा पर कोई जान नही पाया पीटीए तब चला जब पुलिस ने सत्यापित किया कि शाह की सुरक्षा सूची में आरोपी का नाम नहीं था। अमित शाह ने मुंबई के दो दिवसीय दौरे के दौरान सोमवार को शहर के प्रमुख गणेश पंडाल लालबागचा राजा गए और वहां भगवान श्रीगणेश की पूजा अर्चना की।
कई घंटों तक पूछताछ के बाद मुंबई पुलिस ने इस शख्स को अरेस्ट कर लिया, जहां से इसे पांच दिन की हिरासत में भेज दिया गया है। आरोपी का नाम हेमंत पवार है और वह धुले का रहने वाला है। आरोपी पवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 5 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है. पुलिस ने बताया की आरोपी को गृह मंत्रालय (एमएचए) के सदस्य के रूप में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उनके डिप्टी के आवासों के बाहर भी देखा गया था।
मुंबई में शिंदे और फडणवीस से मिले थे अमित शाह
बता दें की मुंबई दौरे पर अमित शाह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आवास पर भी गए थे. यह पहला मौका था, जब राज्य में एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस सरकार बनने के बाद शाह मुंबई पहुंचे थे. दौरे पर अमित शाह ने पवई में नाइक चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से स्थापित एएम नाइक स्कूल का उद्घाटन भी किया था.
Inaugurated the A M Naik School, set up by the Naik Charitable Trust in Powai.
I am sure that the school will live up to its motto of 'Learn, Lead, Achieve' and become a hub of quality education with Indian values at its core. I congratulate Mr A M Naik for this exemplary work. pic.twitter.com/PBCi6Svn0c
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— Amit Shah (@AmitShah) September 5, 2022
गृह मंत्री के काफिले के गुजरने के दौरान मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने एक एंबुलेंस को रोक दिया था. हालांकि बाद में ट्रैफिक पुलिस ने इन आरोपों को खारिज कर दिया. पुलिस ने कहा कि एंबुलेंस में कोई आपात स्थिति वाला रोगी नहीं था और तकनीकी खराबी के कारण उसका सायरन बजता रहा. आरोप झूठे हैं.
इससे पहले 5 जनवरी को पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में भी सेंध लगी थी. फिरोजपुर में प्रदर्शनकारियों द्वारा नाकेबंदी के कारण पीएम मोदी के काफिले को फ्लाईओवर पर रोक दिया गया था, जिसके बाद वह एक रैली सहित किसी भी कार्यक्रम में शामिल हुए बिना पंजाब से लौट आए थे. इस दौरान 15-20 मिनट तक प्रधानमंत्री फ्लाईओवर पर फंसे रहे थे. इस घटना के कारण भाजपा और कांग्रेस के बीच काफी जंग भी छिड़ी थी जिसमें दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए थे.