मेरठ के लोहियानगर में बीते दिनों हुए ब्लास्ट के मामले में मेरठ पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने जांच में पाया कि अवैध फैक्ट्री में पोटेशियम क्लोराइड का जखीरा रखा था। अवैध फैक्ट्री में चाइनीज गन का कारतूस बनाया जाता था। प्लास्टिक फैक्ट्री के लाइसेंस की आड़ में चाइनीज गन का कारतूस बनाने का खेल चल रहा था।
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मेरठ। मेरठ के लोहियानगर में बीते दिनों हुए ब्लास्ट के मामले में मेरठ पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने जांच में पाया कि अवैध फैक्ट्री में पोटेशियम क्लोराइड का जखीरा रखा था। अवैध फैक्ट्री में चाइनीज गन का कारतूस बनाया जाता था। प्लास्टिक फैक्ट्री के लाइसेंस की आड़ में चाइनीज गन का कारतूस बनाने का खेल चल रहा था।
विस्फोट इतना भीषण था कि फैक्ट्री से 4 घर दूर एक घर की ऊपरी मंजिल भी उड़ गई थी। हादसे के बाद बैलेस्टिक रिपोर्ट आने के बाद SSP मेरठ रोहित सिंह सजवाण ने खुलासा किया है। मालूम हो कि ब्लास्ट के बाद मौके से दर्जनों बोरे गन कारतूस के मिले थे। ब्लास्ट में 3 मजदूरों समेत 5 की मौत हो गई थी। इमारत का मालिक संजय गुप्ता अभी तक फरार है।