स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती गुजरात के द्वारका में द्वारका शारदा पीठम के शंकराचार्य और 1982 में बद्रीनाथ में ज्योतिर मठ बने।
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Shankaracharya Swami Swaroopanand Saraswati: द्वारका और शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का रविवार को निधन हो गया, वे 99 वर्ष के थे। उन्होंने मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में अंतिम सांस ली। स्वरूपानंद सरस्वती को हिंदुओं का सबसे बड़ा धार्मिक नेता माना जाता था। कुछ दिन पहले स्वरूपानंद सरस्वती ने अपना 99वां जन्मदिन मनाया, जिसमें एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत कई बड़े नेताओं ने उनसे मुलाकात की.
नरसिंहपुर जिले के झोटेश्वर में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का गंगा आश्रम है। उन्होंने रविवार दोपहर साढ़े तीन बजे यहां अंतिम सांस ली। स्वरूपानंद सरस्वती का जन्म 2 सितंबर 1924 को सिवनी, एमपी में हुआ था। 1982 में, वह गुजरात में द्वारका शारदा पीठ और बद्रीनाथ में ज्योतिर मठ के शंकराचार्य बने।
पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के निधन से उन्हें गहरा दुख पहुंचा है। “दुख की इस घड़ी में उनके अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदना। शांति!” उन्होंने लिखा है।
द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। शोक के इस समय में उनके अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति!
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— Narendra Modi (@narendramodi) September 11, 2022
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जताया दुख
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संत का निधन धार्मिक नेताओं के समुदाय के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
श्री द्वारका-शारदा पीठ व ज्योतिर्मठ पीठ के जगतगुरु शंकराचार्य श्रद्धेय स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज का ब्रह्मलीन होना संत समाज की अपूरणीय क्षति है।
प्रभु श्री राम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने परमधाम में स्थान व शोकाकुल हिंदू समाज को यह दुःख सहने की शक्ति दें।
ॐ शांति!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 11, 2022
द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। सनातन संस्कृति व धर्म के प्रचार-प्रसार को समर्पित उनके कार्य सदैव याद किए जाएँगे। उनके अनुयायियों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करें। ॐ शांति pic.twitter.com/uPnv3JEull
— Amit Shah (@AmitShah) September 11, 2022
भगवान शंकराचार्य द्वारा स्थापित पश्चिम आम्नाय श्रीशारदापीठ के पूज्य शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के प्राणांत की सूचना अत्यंत दुःखद है। पूज्य स्वामी जी सनातन धर्म के शलाका पुरुष एवं सन्यास परम्परा के सूर्य थे। pic.twitter.com/UnkUqZvONH
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) September 11, 2022
पूज्यपाद ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारका शारदापीठाधीश्वर, जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी के ब्रह्मलीन होने का समाचार दुःखद है।
उन्होंने हमेशा धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने का रास्ता दिखाया। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे।
सादर श्रद्धांजलि। pic.twitter.com/u6ycHjuZHN
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 11, 2022
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परम पूज्य ज्योतिष पीठाधीश्वर एवं द्वारका-शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी शंकराचार्य सरस्वती जी के देवलोक गमन का समाचार बेहद दुखद व पीड़ादायक है।
अभी कुछ दिन पूर्व ही उनके 99वें प्राकट्योत्सव एवं शताब्दी प्रवेश वर्ष महोत्सव में शामिल होकर उनके श्रीचरणो में नमन कर उनका आशीर्वाद… pic.twitter.com/XUWIQi2SV3
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) September 11, 2022