गीता जयंती के शुभ अवसर पर शनिवार को कुरुक्षेत्र के थीम पार्क में 18 हजार स्कूली विद्यार्थियों ने एक साथ 1 मिनट गीता पाठ किया। जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल व असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा ने शिरकत की। साथ में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, RSS के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार व तमाम साधु-संत भी मौजूद रहे।
Updated Date
कुरुक्षेत्र। गीता जयंती के शुभ अवसर पर शनिवार को कुरुक्षेत्र के थीम पार्क में 18 हजार स्कूली विद्यार्थियों ने एक साथ 1 मिनट गीता पाठ किया। जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल व असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा ने शिरकत की। साथ में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, RSS के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार व तमाम साधु-संत भी मौजूद रहे।
जिस धरा पर भगवान श्री कृष्ण ने गीता का उपदेश दिया, उसी धरा से पूरे विश्व में गीता का संदेश गूंजा। कहा कि पूरी धरती गीतामय हो गई है। इस वैश्विक पाठ का एक ही उद्देश्य सभी एक बनें, नेक बनें। सीएम मनोहर लाल ने कहा कि आज धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के थीम पार्क में 18 हजार विद्यार्थियों द्वारा वैश्विक गीता का पाठ किया गया। यह पाठ केवल भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी किया गया।
एक ही आह्वान था कि एक मिनट-एक साथ गीता पाठ जो जहां पर वहीं पर 1 मिनट गीता का पाठ करे। इस वैश्विक गीता पाठ समारोह में असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, RSS के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार व साधु संत भी मौजूद रहे। असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा ने हरियाणा सरकार का धन्यवाद प्रकट करते हुए कहा कि पहली बार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में असम को पार्टनर राज्य बनाया गया है।
मुख्यमंत्री बिस्वा ने कहा कि हमारे संविधान का मूल आधार ही वेद, उपनिषद और भागवत गीता से हुआ है। मैं संविधान को हमेशा मानता हूं। भारत के संविधान को हिंदू नहीं बनाते। अगर भारत संविधान सभा में हिंदू नहीं होते तो हमारे संविधान का आधार ऐसा नहीं होता। हिंदू मानते हैं वसुदेव कुटुंबकम सर्व धर्म सामान। इसलिए आज भारत का संविधान धर्मनिरपेक्ष है।
एक समय में दो संविधान बनाए गए थे। एक पाकिस्तान में और एक भारत में बनाया गया था। पाकिस्तान का संविधान इस्लाम के ऊपर बनाया गया था लेकिन भारत का संविधान धर्मनिरपेक्ष हुआ। भारत की संस्कृति एक प्रकार से भगवान कृष्ण की संस्कृति है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अधर्म के ऊपर धर्म का शासन बने, ऐसा ही आकर आज देश में बन रहा है। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि इस बार के गीता अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में 30 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। गीता के संदेश को जीवन का सिद्धांत मान 2 करोड़ 80 लाख लोगों को हमनें परिवार माना है। आज एक मिनट-एक साथ गीता के पाठ से एकरूपता का संदेश मिला।