इन वाहनों से पोलिंग पार्टियों, सेक्टर मजिस्ट्रेट को बूथ पर पहुंचाने और लाने का कार्य किया जाएगा। बहुत से वाहन मालिक चुनाव ड्यूटी में नहीं भेजना चाहते हैं अपनी गाड़ी।
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UP Assembly Election 2022 : परिवहन विभाग राजधानी लखनऊ में चुनाव ड्यूटी में वाहन नहीं भेजने वालों पर शिकंजा कसेगा। इसके लिए आरटीओ और संभागीय निरीक्षक ने तैयारियां पूरी कर ली हैं।
चौथे चरण में 3,200 वाहनों की है जरूरत
परिवहन विभाग के मुताबिक, राजधानी लखनऊ में चौथे चरण में 23 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। चुनाव ड्यूटी के लिए लखनऊ में करीब 3,200 वाहनों की जरूरत है। इसके लिए लगभग 8,000 वाहन मालिकों को नोटिस भेजी गई है। इनमें तीन हजार बसें, एक हजार ट्रकें और चार हजार छोटे वाहन शामिल हैं। इन वाहनों से पोलिंग पार्टियों, सेक्टर मजिस्ट्रेट को बूथ पर पहुंचाने और लाने का कार्य किया जाएगा।
बहुत से वाहन मालिक चुनाव ड्यूटी में नहीं भेजना चाहते हैं अपनी गाड़ी
लखनऊ में बहुत से वाहन मालिक चुनाव ड्यूटी में अपनी गाड़ियों को नहीं भेजना चाहते हैं। इसके लिए वे तरह-तरह के बहाना बना रहे हैं।परिवहन विभाग ने वाहन मालिकों की तरह-तरह की बहाने बाजी को देखते हुए लखनऊ में चुनाव ड्यूटी पर वाहनों को नहीं भेजने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारियां पूरी कर ली है। ऐसे में परिवहन विभाग अब पुलिस का सहारा लेकर वाहनों का अधिग्रहण करेगा।
परिवहन विभाग विधिक कार्रवाई करने की तैयारी में है
संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) संदीप कुमार पंकज का कहना है कि लखनऊ में 23 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। ऐसे में चुनाव ड्यूटी में वाहन नहीं भेजने वालों के खिलाफ परिवहन विभाग विधिक कार्रवाई करने की तैयारी में है। दरअसल, परिवहन विभाग चुनाव ड्यूटी में वाहनों को नहीं भेजने पर पंजीकरण निलंबित कर सकता है। इसके अलावा सरकारी कार्य में बाधा डालने पर मुकदमा भी दर्ज कर सकता है।