Gangrape Case In Tonk: राजस्थान के टोंक जिले में 4महीने पहले हुए गैंगरेप मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से आहत होकर पीड़िता और उसके परिजनों ने थाने के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है.पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए पीड़ित परिवार ने चेतावनी दी है कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने तक वे धरने से नहीं उठेंगे.
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Tonk News:राजस्थान के टोंक जिले में 4महीने पहले हुए गैंगरेप मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से आहत होकर पीड़िता और उसके परिजनों ने थाने के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है.पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए पीड़ित परिवार ने चेतावनी दी है कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने तक वे धरने से नहीं उठेंगे.
बीते 16 सितंबर को पीड़िता का अपहरण किया गया था,उनियारा थानाधिकारी सुरजीत ठोलिया का कहना है कि मामला सोप थाने का है. SC ST सेल के पुलिस उपाधीक्षक इस मामले की जांच कर रहे हैं.पीड़िता का आरोप है कि करीब 25 दिन तक उसे अलग-अलग जगह ले जाकर उसके साथ गैंगरेप किया गया.उसके बाद 12 अक्टूबर को पीड़िता को घाड़ थाना इलाके में छोड़कर फरार हो गए. इसकी रिपोर्ट सोप थाने में दी गई लेकिन 4 महीने के बाद भी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है. अपहरण के दौरान पीड़िता ने आरोपियों के फोन से परिजनों को आपबीती बताई थी.
पीड़िता ने बताया कि आरोपियों में रामदेव, शंकर, हरिराम, धनराज, निरमा, धनराज, महेंद्र पुत्र हरिनारायण जाट, महेंद्र पुत्र सूरजमल जाट, बनवारी, रामस्वरूप, शंकरलाल जाट, रामदयाल जाट और कालू जाट शामिल है. ये सभी लोग मारपीट करने के साथ ही उसके साथ रेप भी करते रहे. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद इसकी जानकारी उनियारा सीओ को भी दी. पीड़िता के पिता ने बताया कि उसकी बेटी का अपरहण कर बलात्कार किया गया. मारपीट की गई. इस संबंध में सोप थाने में 19 अक्टूबर को मामला दर्ज कराया गया था. लेकिन अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारियां नहीं हुई हैं.
इस इलाके के विधायक पूर्व डीजीपी हरीश मीणा हैं. पूर्व डीजीपी के यहां से विधायक चुने जाने के बाद लोगों को बड़ी उम्मीदें थीं कि पुलिस के मुखिया रह चुके हरीश मीणा विधानसभा में पहुंच गए हैं. वे कानून की पालन कराने का काम बेहतर ढंग से करेंगे। लेकिन ऐसा हो नहीं सका. उनियारा सर्किल के अलीगढ़, सोप और उनियारा थाने में महिलाओं के खिलाफ अपराध के कई मामले पेंडिंग हैं जिनमें पीड़िताओं को न्याय नहीं मिला.