खबर है कि अब जल्द ही उनके बेटे और भाटपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक पवन सिंह भी बीजेपी छोड़कर तृणमूल में वापसी कर सकते हैं।
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कोलकाता, 22 मई। बैरकपुर के दबंग बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने 3 साल बाद बीजेपी छोड़कर सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस में वापसी कर ली है। रविवार को कोलकाता के कमैक स्ट्रीट स्थित अभिषेक बनर्जी के दफ्तर में उन्होंने तृणमूल की सदस्यता ग्रहण की। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक ने उन्हें तृणमूल कांग्रेस का अंग वस्त्र पहनाकर उनका पार्टी में स्वागत किया। इस मौके पर वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, नैहटी से तृणमूल कांग्रेस विधायक पार्थ भौमिक, आमडंगा से तृणमूल कांग्रेस विधायक रफीकुल रहमान और बैरकपुर से विधायक राज चक्रवर्ती भी मौजूद रहे।
Extending a warm welcome to Shri @ArjunsinghWB, who rejected the divisive forces at @BJP4India and joined the @AITCofficial family today.
People across the nation are suffering and they need us now more than ever. Let's keep the fight alive! pic.twitter.com/N6s5FggBtx
— Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) May 22, 2022
पहले ही अर्जुन सिंह ने दिए थे संकते
बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने पहले ही तृणमूल कांग्रेस में वापसी के संकेत दे दिए थे। भाटपाड़ा स्थित अपने आवास से अर्जुन सिंह जब कोलकाता पहुंचे तो अलीपुर के एक होटल में कुछ देर के लिए वो रुके थे। अर्जुन सिंह यहां से निकल कर सीधे कमैक स्ट्रीट स्थित अभिषेक बनर्जी के दफ्तर पहुंचे और जहां उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी में वापसी की है। इसके पहले दोपहर के समय अर्जुन सिंह ने कहा था कि तृणमूल कांग्रेस में ममता बनर्जी ही आखिरी शब्द हैं। सूत्रों ने बताया है कि तृणमूल कांग्रेस में वापसी के बाद अभिषेक बनर्जी और अर्जुन सिंह के बीच एक घंटे तक बैठक हुई है। माना जा रहा है कि दोनों के बीच बैरकपुर में मौजूद राजनीतिक हालात पर भी चर्चा हुई है।
अर्जुन सिंह का राजनीतिक सफर
बतादें कि बैरकपुर संसदीय क्षेत्र में अर्जुन सिंह लंबे समय से राजनीति कर रहे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली थी और बैरकपुर से चुनाव लड़े थे। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार और पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी को हराया था। अब 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने एक बार फिर TMC में वापसी कर ली है। सबसे पहले उन्होंने साल 1995 में भाटपाड़ा नगरपालिका में कांग्रेस से पार्षद चुनाव जीता था। उसके बाद 2001 से 2016 तक लगातार 4 बार तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर भाटपाड़ा से विधायक भी रहे। 2004 में बैरकपुर से उन्होंने लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था, लेकिन हार गए थे। खबर है कि अब जल्द ही उनके बेटे और भाटपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक पवन सिंह भी बीजेपी छोड़कर तृणमूल में वापसी कर सकते हैं।