Teacher Recruitment Scam Case: टीएमसी के युवा नेता कुंतल घोष को बंगाल नौकरी घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। ईडी ने उनसे पूछताछ के बाद गिरफ्तारी की और शुक्रवार को उनके दो फ्लैटों की तलाशी ली. आरोप है कि 2014 और 2021 के बीच इस घोटाले में टीएमसी नेताओं ने 100 करोड़ रुपये वसूले थे.
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Job Recruitment Scam Case: पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में एक बार फिर ED एक्शन में आ गया है। अब तक इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. प्रवर्तन निदेशालय ने लगातार दो दिनों तक पूछताछ के बाद बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में तृणमूल कांग्रेस की युवा शाखा के सदस्य कुंतल घोष को गिरफ्तार कर लिया है। हुगली जिले के युवा नेता के खिलाफ आरोप है कि उसने 325 लोगों से नौकरी के नाम पर 19 करोड़ रुपये हड़पे थे.
ईडी पिछले 24 घंटों से घोष से पूछताछ कर रही है और कोलकाता में नेता के घर से कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं. उसे आज कोलकाता की एक कोर्ट में पेश किए जाने की उम्मीद है. इससे पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो ने भी युवा तृणमूल नेता से भी पूछताछ की थी. अब तक इस मामले में घोष सहित आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
अब तक दर्जनों अधिकारी गिरफ्तार
इस भर्ती घोटाले को लेकर ईडी लगातार एक्शन में है. पिछले कई महीने से इस मामले के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और राज्य शिक्षा विभाग के आधा दर्जन अधिकारियों को घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया था.
TMC पर 100 करोड़ से ज्यादा हड़पने का आरोप
सीबीआई (CBI) के अनुसार, 2014 और 2021 के बीच पूरे पश्चिम बंगाल में सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए टीएमसी नेताओं की तरफ से कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये से ज्यादा रुपये हड़पे गए थे. घोष ने हर व्यक्ति को लेन-देन की रसीद भी दी थी, जिसमें उनके साइन भी थे. प्रवर्तन निदेशालय की हालिया पूछताछ में तापस मंडल ने घोष के नाम का घुलासा किया था.