अगर आप भी कॉट्न बड्स से कान साफ करते है तो इस खबर को पढ़ लीजिए।
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नई दिल्ली । यह काफी जरूरी हो जाता है कि आप सामने वालों की बात ढंग से सुने खासकर अपने माता-पीता की बात काफी ध्यान से सुने यही लगातार कहा जाता है पर काफी बच्चे ऐसे है जो कि बातों को ध्यान से नहीं सुनते या फिर यूं कह लिया जाए कि सुनना नहीं चाहते जिसके लिए यह कहावत भी इस्तेमाल की जाती है कि क्या आपके कानपूर में हड़ताल है इसका मतलब है कि क्या ढंग से सुन नहीं पा रहे है। लोगों की बाते ढंग से सुने या फिर कान में खुजली हो जो कि गंदगी के कारण होती है इसीलिए कानों को साफ किया जाता है और इसके लिए कॉट्न बड्स का इस्तेमाल किया जाता है। जब भी आप कान साफ करने के लिए तीली या लकड़ी का इस्तेमाल करते होंगे तो घर में कहा जाता है कि अरे कान का चादर फट जाएगा कॉट्न ईयर बड्स सेफ होता है उससे करना ठीक रहेगा। लेकिन आज अपने आर्टिकल के जरिए बताएंगे क्या कॉट्न बड्स वाकई में कान के लिए सेफ है या नहीं तो चलिए जानते है।
कॉट्न बड्स से कौन-से नुकसान होते है?
डॉक्टरर्स की मानें तो कॉट्न बड्स से कान साफ करना गलत होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि कॉट्न बड्स को जब कान के अंदर डालते हैं तो वह गंदगी को बाहर निकालने के बजाय पीछे की तरफ धकेल देता है। जिससे कान में इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही इससे आपका कान जख्मी भी हो सकता है। कॉट्न बड्स से कान के अंदर की परत को भी नुकसान पहुंच सकता है। इससे आपके सुनने के प्रभाव में भी कमी आती है।
खुद ही निकल जाता है कान का मैल
भगवान ने इंसान का शरीर ऐसा बनाया है जो एक टाइम के बाद खुद साफ हो जाता है। ऐसा ही कुछ मामला कान के साथ है। अगर आप उसे छोड़ देंगे तो वह खुद- ब- खुद साफ हो जाता है। एक टाइम के बाद इसमें होने वाले वैक्स खुद निकल जाते हैं। ऐसा एकदम जरूरी नहीं है कि आप हर रोज कान साफ करें।
कैसे करें कान की सफाई
कान की सबसे अच्छी सफाई है इसमें सबसे पहले तेल डालें। बेबी ऑयल बेहतर होता है। कान में तेल डालने से जो भी गंदगी होती है वह बाहर की तरफ आ जाती है, जिसे आप किसी भी कपड़े की मदद से आसानी से साफ कर सकते हैं। जरूरी नहीं है कि आप नहाते वक्त कान की साफ जरूर करें। क्योंकि नहाते वक्त कान में पानी चला जाता है।