काफी लोगों के मसूड़े काले पड़ जाते है पर लोगों को इसके पीछे का कारण नहीं पता होता है?
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नई दिल्ली । यह तो सबको पता है कि मसूड़े आमतौर पर गुलाबी होते हैं। पर कभी-कभी उन पर काले या गहरे भूरे रंग के धब्बे मसूड़े पर इंफेक्शन हो जाते है। कई चीज़ें इसका कारण हो सकती हैं। उनमें से अधिकांश इंफेक्शन खतरनाक नहीं हैं। हालांकि, कभी-कभी काले धब्बे ज्यादा गंभीर स्थिति का संकेत दे सकते हैं। अगर आपको ऐसी बीमारी से बचना है तो आपको मसूड़ों पर अगर हल्की सी भी धब्बे दिखने लगते हैं तो डॉक्टर से मिलें। मसूड़े में दर्द हो और रंग बदलने लगे तो आपको डॉक्टर से तुरंत सलाह लेनी चाहिए।
मसूड़े क्यों पड़ जाते है काले ?
जब शरीर में मेलानिन लेवल बढ़ने लगता है तो मसूड़े काले पड़ने शुरू हो जाते है। मेलानिन कि वजह स्किन का रंग बदलना शुरू हो जाता है। जिन लोगों का स्किन सांवला होता है तो उनके मसूड़े का रंग हल्का काला पड़ने लगते है। यह नैचुरल तरीका है। अगर आपका रंग साफ होता है तो मसूड़े काले हो रहे हैं तो जरूरी है कि आप तुरंत डॉक्टर से सलाह ले। अगर आप कोई दवा खा रहे हैं तो इसके साइडइफेक्ट्स के कारण भी आपका मसूड़े पर धीरे-धीरे काला रंग दिखने लगता है । स्ट्रेस, डिप्रेशन की दवाओं का सेवन करने वाले लोगों में यह समस्या अधिक देखने को मिलती है।
अल्सरेटिव जिंजिवाइटिस
अल्सरेटिव जिंजिवाइटिस की बीमारी में मसूड़ों में गंभीर बीमारी हो जाती है और मसूड़े काले पड़ने लगते हैं। यह एक तरीके का इंफेक्शन होता है। इसमें मसूड़ों में दर्द, दुर्गंध, मसूड़े से खून आना यह सब कुछ शामिल है। यह एक तरीके की लाइलाज बीमारी है जिसमें टिश्यूज काफी ज्यादा इफेक्ट करती है। फिर मसूड़े काले हो जाते है।
धूम्रपान के कारण भी पड़ते है काले धब्बे
एक ध्यान देने वाली बात यह भी है कि जो व्यक्ति ज्यादा स्मोकिंग करता है उसके भी मसूड़े काले पड़ने लगते हैं। सिगरेट में मौजूद हानिकारक तत्व मसूड़े को धीरे-धीरे खराब करने लगते है। धूम्रपान करने से सेहत पर काफी असर पड़ता है। धूम्रपान करने से मसूड़ों पर इसके साइड इफेक्ट्स दिखने लगते है। उनमें फेफड़े का कैंसर, सांस संबंधित रोग, हार्ट अटैक, स्ट्रोक जैसी खतरनाक बीमारियों का भी खतरा भी बढ़ जाता है। आपने अगर ध्यान दिया होगा तो आपको बता दें कि सिगरेट पीने से होंठ, दांत और मसूड़े पर धब्बे और काले रंग का नजर आने लगते हैं।