यमुनानगर के मेहलावाली गांव में युवक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। परिवारवाले पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि अगर मामला दर्ज कर लिया गया होता तो शायद नीटू जिंदा होता। पुलिस की शुरुआती जांच में नशे के ओवरडोज से मौत का मामला सामने आया है।
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यमुनानगर। यमुनानगर के मेहलावाली गांव में युवक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। परिवारवाले पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि अगर मामला दर्ज कर लिया गया होता तो शायद नीटू जिंदा होता। पुलिस की शुरुआती जांच में नशे के ओवरडोज से मौत का मामला सामने आया है।
यमुनानगर के मेहलावाली गांव में एक व्यक्ति का शव खेत से बरामद हुआ है।लेकिन उसकी मौत पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। परिवारवालों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया है। गांव के सरपंच का कहना है कि अगर मामला दर्ज कराने के लिए हमें एक थाने से दूसरे थाने के लिए भटकना नहीं पड़ता तो शायद नीटू आज जिंदा होता।
मृतक नीटू के पिता सोहन सिंह ने कहा कि वह घर से किसी इंस्टिट्यूट के लिए निकला था लेकिन उसके बाद घर नहीं आया। हम थाने में लापता होने की शिकायत देने गए लेकिन किसी ने भी समय रहते शिकायत नहीं ली। गांव के ही कुछ लोगों ने नीटू के शव को मेहलावाली गांव के खेत में देखा। जिसके बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई।
पुलिस का कहना है कि नीटू की बाजू पर इंजेक्शन के निशान है। शायद नशे के ओवरडोज से उसकी मौत हुई, लेकिन परिवार का कहना है कि नीटू नशा नहीं करता था। नीटू शादीशुदा था और आकाश इंस्ट्टीयूट में बतौर चपरासी का काम करता था। रोजाना की तरह वह आफिस के लिए निकला था, इसके बाद फिर उसका पता नहीं चला। पुलिस मौत के कारणों का पता लगाने में जुट गई है।