Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. भाजपा फैलाती है “टेक फॉग” नामक एप से अफवाहें ? सुप्रिया श्रीनेत ने लगाए गंभीर आरोप

भाजपा फैलाती है “टेक फॉग” नामक एप से अफवाहें ? सुप्रिया श्रीनेत ने लगाए गंभीर आरोप

By इंडिया वॉइस 

Updated Date

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की नेता सुप्रिया श्रीनेत ने आज एक प्रेस वार्ता की जिसमे बोलते हुए उन्होंने द वायर की एक रिपोर्ट के हवाले से टेक फॉग नामक एक एप के ज़रिये झूठ और अफवाहें फैलाने का आरोप भाजपा पर लगाया है। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा टेक फॉग एक एप है जिसके माध्यम से बहुत सारे ऑटो जनरेटेड एकाउंट्स को चलाया जा सकता है, भाजपा के आईटी सेल को इसके माध्यम से ट्रेंड चलाने में झूठ परोसने में सहायता मिलती है।

पढ़ें :- जम्मू-कश्मीर: सोपोर में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया

आगे सुप्रिया श्रीनेत ने बताया कि पिछले लॉकडाउन में जब कांग्रेस ने प्रवासी मजदूरों के हक़ की बात की थी तो इसी एप की मदद से हैशटैग चलाया जा रहा था कि #CongressAgainstLabours, इसके बाद तबलीगी जमात को भी बदनाम करने का काम इसी के माध्यम से किया गया था। उन्होंने बताया कि सरकार के खिलाफ आप अगर ट्वीट करते हैं तो आपके कमेंट्स में गालियाँ और धमकियां मिलने लगती हैं यह सब इसी एप के माध्यम से होता है।

यह हेट स्पीच ज्यादातर महिला पत्रकारों के खिलाफ होती है। आगे उन्होंने बताया कि इसमें ना सिर्फ भाजपा के कार्यकर्ता और उसका आईटी सेल हैं बल्कि भजपा के कई बड़े नेता भी उसका इस्तेमाल करते हैं। यह सारी बातें उन्होंने द वायर की रिपोर्ट के हवाले से कही हैं। उन्होंने इस एप के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, उन्होंने भाजपा के एक नेता देवांग दवे के खिलाफ गंभीर आरोप लगाये हैं। उन्होंने कहा इसके मेनेजर वही हैं, आगे उन्होंने बताया कि देवांग दवे कुछ समय पहले तक भाजपा युवा मोर्चा के नेशनल सोशल मीडिया हेड थे। वह फडनवीस जी के ऑफिस में भी काम कर चुके हैं। उन्होंने इस पूरे मामले पर केंद्र सरकार से जवाब माँगा है।

क्या है टेक फॉग मामला

पढ़ें :- राजस्थान में शाम पांच बजे तक 50.87 प्रतिशत मतदान

2020 अप्रैल में एक ट्विटर अकाउंट ने भाजपा आईटी सेल के असंतुष्ट कर्मचारी होने का दावा करते हुए एक गुप्त ऐप ‘टेक फॉग’ के बारे में ट्विटर पर लिखना शुरू किया। उस में यह दावा किया गया था कि इस ऐप का इस्तेमाल भाजपा से जुड़े लोगों को पार्टी की लोकप्रियता को बनावटी रूप से बढ़ाने, अपने आलोचकों को परेशान करने और प्रमुख सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर नेरेटिव में हेरफेर करने के लिए किया जाता है। द वायर ने इसी पर आगे जांच कर के एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है जिसमे यह दावा किया गया है कि यह एप सिर्फ झूठ और अफवाहें फैलाने के लिए बनाया गया है और इसका इस्तेमाल भाजपा के कई बड़े नेता समेत इनका पूरा आईटी सेल करता है।

Advertisement