दौसा के एक सरकारी स्कूल में पोषाहार बनाते वक्त अचानक एक लीकेज सिलेंडर की धधक उठी. इस घटना के दौरान, खाना बना रही दो महिला कार्मिक चपेट में आ गईं. उन्हें इस हादसे के जादा ज्यादा शिकार बनने से बचाने के लिए तत्परता का सामना करना पड़ा. इस चपेट में आने की आवाज को सुनकर, पीटीआई भी कमरे में गया, जहां वह भी आग की चपेट में आ गया. हादसे के दौरान, तीनों व्यक्ति झुलस गए और जख्मी हो गए.इस घटना ने स्कूल संचालन के सुरक्षा प्रणाली की जरूरत को उजागर किया. शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षण और सुरक्षा की व्यवस्था करना महत्वपूर्ण हो गया. ऐसे हादसों को रोकने और उनकी संभावित पुनरावृत्ति को कम करने के लिए उचित सुरक्षा सामग्री की आवश्यकता होती है. इसके अलावा, विद्यालयों में सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जाना चाहिए, ताकि इस तरह के हादसों को पहचाना और नियंत्रित किया जा सकें.
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घटना दौसा जिले के सदर थाना इलाके के सराय गांव में हुई. यहां पर एक सरकारी उच्च प्राथमिक स्कूल में सोमवार की सुबह एक घटना घटी, जिसमें गैस सिलेंडर में आग लग गई. इस समय, स्कूल में पोषाहार बना रही दो महिला कार्मिक, प्रेम देवी सैन और प्रेम देवी जायसवाल, जख्मी हो गईं. उनके चिल्लाने की आवाज सुनकर, शारीरिक शिक्षक फूलचंद बेनीवाल और स्कूल के स्टाफ मौके पर पहुंचे.
इस हादसे में तीनों को घायल होने का अत्यंत दुखद अनुभव हुआ. उन्हें तत्काल मेडिकल सहायता पहुंचाई गई और उनकी चिकित्सा की गई. इस दुर्घटना ने स्कूल संचालन के सुरक्षा व्यवस्था की महत्वपूर्णता को फिर से जगाया. स्कूल के सारे कर्मचारी और शिक्षकों के लिए सुरक्षा से संबंधित नियमों और प्रोटोकॉल का पुनरावलोकन किया जाना चाहिए, ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके.
यह घटना बताती है कि स्कूल में पोषाहार बनाने के लिए कुक कम हेल्पर के रूप में नियुक्त दो महिलाएं लगा रखी गई थीं. एक दिन, जब वे सिलेंडर से गैस निकालकर खाना बना रही थीं, तो सिलेंडर का पाइप लीक हो गया. यह लीकेज उनके ध्यान से बाहर चला गया और खाना बनाने के दौरान आग लग गई. इससे दोनों महिलाएं झुलस गईं और चिल्लाने लगीं.इस हादसे के समय, स्कूल के शारीरिक शिक्षक भी मौके पर मौजूद थे और उन्हें भी यह हादसा प्राप्त हुआ. वे भी झुलस गए और हादसे के प्रभाव को सहने की कोशिश की.इस घटना ने स्कूल के सुरक्षा नियमों और प्रोटोकॉलों की महत्वपूर्णता को फिर से जागरूक किया. यह उजागर करता है कि किसी भी संदिग्ध स्थिति में सही कार्रवाई करने के लिए स्कूल के कर्मचारियों को समर्थ और तत्पर होना चाहिए.
अचानक हुए इस घटनाक्रम से आसपास ग्रामीण मौके पर पहुंचे. स्कूल स्टाफ ने आग से झुलसे तीनों कार्मिकों को ग्रामीणों की मदद से भांडारेज सीएचसी में भर्ती कराया. जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया. फिलहाल तीनों का इलाज जारी है.