चोर सिंचाई विभाग के अधिकारी बनकर गांव पहुंचे और विभागीय आदेश बताकर पुल को कटवाना शुरू कर दिया। इस तरह करीब 60 फीट लंबा और 12 फीट ऊंचा लोहे का पुलिस चोरी हो गया।
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पटना, 9 अप्रैल। बिहार के रोहतास जिले में चोरी का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जहां नकली अधिकारी बनकर आए चोरों ने 3 दिन में 60 फीट लंबे और 500 टन वजन के लोहे का पुल ही गायब कर दिया। दिलचस्प बात ये रही कि चोरों ने सिंचाई विभाग के कर्मचारियों से ही पुल कटवाया और गाड़ियों में भरकर उनका लोहा लेकर फरार हो गए। ये पूरा वाक्य दिनदहाड़े हुआ और किसी को शक तक नहीं हुआ।
पुल को काटने में बुलडोजर और गैस कटर का इस्तेमाल
बतादें कि पूरा मामला नासरीगंज थाना क्षेत्र के अमियावर का है। जहां आरा कैनाल नहर पर साल 1972 के आसपास लोहे का पुल बनाया गया था। इसी पुल को 3 दिनों में चोरों ने बड़ी चालाकी से कटवाया और फिर इसका लोहा ट्रकों में भरकर रफू चक्कर हो गए। पुल को कटवाने में बुलडोजर और गैस कटर का भी इस्तेमाल किया है।
चोरों के झांसे में आया पूरा गांव और स्थानीय कर्मचारी
गौरतलब है कि चोरों ने इतनी चालाकी से इस घटना को अंजाम दिया कि ग्रामीण और स्थानीय कर्मचारी आसानी से उनके झांसे में आ गए। चोर सिंचाई विभाग के अधिकारी बनकर गांव पहुंचे और विभागीय आदेश बताकर पुल को कटवाना शुरू कर दिया। इस तरह करीब 60 फीट लंबा और 12 फीट ऊंचा लोहे का पुलिस चोरी हो गया। मामले पर जूनियर इंजीनियर अरशद कमान शम्सी ने कहा कि चोरों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी गई है।
चोरों ने लगाया दिमाग
कहते हैं ना चोरी करने के लिए भी दिमाग चाहिए होता है। चोरों ने इसका इस्तेमाल किया। दरअसल लोहे का पुल जर्जर हो चुका था, इसलिए विभाग की ओर से इसके समानांतर कंक्रीट का एक पुल बना दिया गया था। जिसके बाद से ग्रामीण कई बार लोहे का पुल हटवाने का आवेदन भी दे चुके थे। चोरों ने इसी आवेदन का सहारा लिया और ग्रामीणों को इस भरोसे में लिया कि वो उनके आवेदन के बाद विभागीय आदेश पर पुल हटाने आए हैं।