यूपी के गाजीपुर जिले में माफिया मुख्तार अंसारी परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पीड़ित व्यापारी नेता ने 11 साल बाद अपने साथ हुई ज्यादती की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
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गाजीपुर। यूपी के गाजीपुर जिले में माफिया मुख्तार अंसारी परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पीड़ित व्यापारी नेता ने 11 साल बाद अपने साथ हुई ज्यादती की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल (कंछल गुट) के जिलाध्यक्ष अबु फखर खां की कीमती भूमि को तमंचे के बल पर मऊ विधायक अब्बास अंसारी के नाम पर रजिस्ट्री कराने का मामला सामने आया है।
11 साल बाद पीड़ित ने लगाई है न्याय की गुहार
यह आरोप लगाते हुए व्यापारी नेता ने शहर कोतवाली में माफिया मुख्तार अंसारी, उसकी पत्नी आफसा अंसारी, विधायक पुत्र अब्बास अंसारी और दो सालों सहित छह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़ित ने बताया कि मुख्तार अंसारी के खिलाफ हो रही कार्रवाई को देखते हुए करीब 11 वर्ष बाद पीड़ित ने हिम्मत जुटाकर न्याय की गुहार लगाई है।
एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई का निर्देश दिया। नगर कोतवाली के रजदेपुर शहरी निवासी अबु फखर खां ने बीते 12 अगस्त को मुकदमा दर्ज कराया है। तहरीर के मुताबिक, उसकी होमियोपैथिक कॉलेज रौजा के सामने पक्की रोड के किनारे 0.029 हेक्टेयर बेशकीमती जमीन थी।
इस पर माफिया मुख्तार मुख्तार अंसारी, पत्नी आफसा अंसारी, विधायक पुत्र अब्बास अंसारी, साले अनवर शहजाद और आतिफ रजा की नजर पड़ गई। मुख्तार ने लखनऊ जेल में बुलाकर धमकी देते हुए इस जमीन का बैनामा अपने बेटे अब्बास अंसारी के नाम करने को कहा था। जहां अब्बास अंसारी ने तमंचा सटाकर डराया-धमकाया।
इसके बाद वे लोग बीते 25 अप्रैल 2012 को रजिस्ट्रर कार्यालय ले जाकर जबरदस्ती भूमि मऊ विधायक के नाम पर बैनामा करा लिए। एसपी गाजीपुर ओमवीर सिंह ने कहा कि व्यापारी नेता अबु फखर खां द्वारा तहरीर दी गई थी कि वर्ष 2012 में रौजा स्थित उनकी कीमती भूमि को मुख्तार अंसारी और अन्य के द्वारा डरा, धमाकर लिखवा लिया गया है।
इसके एवज में पैसा भी नहीं मिला है। प्रथम दृष्टया गंभीर आरोपों को देखते हुए मुख्तार अंसारी, पत्नी अफसा अंसारी, पुत्र अब्बास अंसारी, दो साले और एक खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस छानबीन कर रही है।