नई दिल्ली। भारत के उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने रविवार को अंगदान के महत्व पर प्रकाश डाला। इसे “एक आध्यात्मिक गतिविधि और मानव स्वभाव का उच्चतम नैतिक उदाहरण” बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अंगदान शारीरिक उदारता से परे है, जो करुणा और निस्वार्थता के गहरे गुणों को दर्शाता

