नगर निगम में चंडीगढ़ को लेकर प्रस्ताव पारित, चंडीगढ़ नगर निगम की मेयर का दोनों राज्यों को करारा जवाब।
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चंडीगढ़, 7 अप्रैल। चंडीगढ़ को अपने राज्यों में शामिल करने को लेकर अपनी-अपनी विधानसभाओं में सर्वसहमति के साथ प्रस्ताव पारित कर चुके पंजाब और हरियाणा को चंडीगढ़ की मेयर ने करारा जवाब दिया है। इस मुद्दे को लेकर चंडीगढ़ में सियासी घमासान तेज हो गया है। चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर ने दोनों राज्यों को इसका करारा जवाब दिया है। मेयर ने दो टूक कहा है कि चंडीगढ़ पर दावा ठोकने से पहले पंजाब और हरियाणा चंडीगढ़ की जनता से तो पूछ लें कि चंडीगढ़ किसका है?।
दोनों दलों ने चंडीगढ़ के मुद्दे पर अपने-अपने विचार रखे
चंडीगढ़ की मेयर सरबजीत कौर ने भी गुरुवार को चंडीगढ़ के मुद्दे पर नगर निगम में सदन की विशेष बैठक बुलाई, जिसमें इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में आप और कांग्रेस पार्षद भी मौजूद थे। दोनों दलों ने चंडीगढ़ के मुद्दे पर अपने-अपने विचार रखे हैं। दोनों राज्यों ने चंडीगढ़ को लेकर एक प्रस्ताव भी पारित किया है। इस मु्द्दे पर चंडीगढ़ बीजेपी का कहना है कि चंडीगढ़ केंद्र शासित ही रहेगा।
चंडीगढ़ वासियों की सलाह लेना भी तो सबसे जरूरी- मेयर
इसे मुद्दे पर चंडीगढ़ की मेयर सरबजीत कौर का बयान भी सामने आया है। मेयर सरबजीत कौर ने कहा कि पंजाब और हरियाणा चंडीगढ़ पर अपना दावा तो कर रहे हैं लेकिन क्या उन्होंने ये दावा करने से चंडीगढ़ के लोगों से पूछा है कि ये किसका है। जिस चंडीगढ़ पर दोनों सूबे अपना-अपना दावा ठोक रहे हैं, उस पर चंडीगढ़ वासियों की सलाह लेना भी तो सबसे जरूरी है।
गौरतलब है कि हाल ही में पंजाब और हरियाणा ने चंड़ीगढ़ पर अपना-अपना अधिकार जमाते हुए अपनी-अपनी विधानसभाओं में सर्वसम्मति के साथ प्रस्ताव पारित किए हैं। जिसके बाद चंडीगढ़ को लेकर दोनों सूबों के बीच चल रही सालों पुरानी खींचतान एक बार फिर से तेज हो गई है।