गंगा किनारे कटान होने से लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है। बिलग्राम तहसील क्षेत्र में 7 ग्राम पंचायतों के 21 मजरे बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इसके अलावा सवायजपुर तहसील के 3 ग्राम पंचायतों के 30 मजरे भी बाढ़ की चपेट में हैं।
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हरदोई। गंगा किनारे कटान होने से लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है। बिलग्राम तहसील क्षेत्र में 7 ग्राम पंचायतों के 21 मजरे बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इसके अलावा सवायजपुर तहसील के 3 ग्राम पंचायतों के 30 मजरे भी बाढ़ की चपेट में हैं।
ग्रामीणों को पहुंचाई जा रही राहत सामग्री
दोनों तहसीलों के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में SDRF और NDRF की टीमों ने लोगों को मदद पहुंचाई। प्रशासन लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नजर रख रहा है। प्रशासन की तरफ से ग्रामीणों को राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। पहाड़ी इलाकों में हुई भारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
ऐसे में हरदोई की गंगा एवं राम गंगा का जलस्तर भी तेजी से बढ़ा है। जिसके कारण दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में गंगा एवं रामगंगा नदी कटान कर रही है। जिससे किनारे बसे लोगों को अपना घर तोड़ना पड़ रहा है। अब तक बिलग्राम क्षेत्र के लगभग एक दर्जन गांवों को बाढ़ अपनी चपेट में ले चुका है और सैकड़ों बीघे खेती जलमग्न हो चुकी है। लोग गांव छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच रहे हैं।
गंगा कटान में समाए दर्जनों लोगों के मकान
दर्जनों लोगों के मकान गंगा कटान में समा चुके हैं। ऐसे में प्रशासन लगातार मानिटरिंग कर रहा है। लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के अलावा राहत सामग्री भी बंटवा रहा है। डीएम ने सवायजपुर तहसील के बाढ़ प्रभावित गांव बेहटा मुड़िया, अली शेरपुर, अदनीयपुर व बिलग्राम तहसील की बाढ़ग्रस्त गांव चिरंजीवपूर्वा कटरी छिबरामऊ, मुक्कूपुरवा का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को निर्देशित किया कि लोगों को खाने-पीने की कोई समस्या न होने पाए।