आज सुबह छत्तीसगढ़ में भूकंप आया. रिक्टर स्केल पर 4.8 की तीव्रता का भूकंप था. हालांकि यह सुबह ऐसे समय आया, जब ज्यादातर लोग सोए हुए थे. भूकंप से किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है.
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आज सुबह छत्तीसगढ़ की धरती भूकंप से कांप उठी. यह भूकंप आज सुबह 5.28 बजे आया. इस दौरान ज्यादातर लोग लोग घरों में सो रहे थे. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.8 आंकी गई है.अभी तक की जानकारी के अनुसार किसी के हताहत होने या जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है. भूकंप की गहराई जमीन से 10 किमी नीचे थी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार धरती डोलने की वजह से लोग सहमे जरूर नजर आए. भूकंप की वजह से घरों के सामान हिलते-डोलते दिखाई दिए.
कल राजस्थान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 रही.भूकंप का केंद्र जमीन से 5 किमी नीचे है. कल दोपहर 3 बजकर 2 मिनट पर झटके महसूस हुए. राजस्थान का चूरू भूकंप का केंद्र था.
पिछले कुछ महीनों में कई बार भूकंप के झटके महसुस किए गए थे, अंडमान निकोबार द्वीप समूह में भूकंप से धरती कांपी थी,नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार कैंपबेल बे के 431 किमी दक्षिण पूर्व में यह भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 6.1 आंकी गई थी.
मणिपुर में भी भूकंप के तेज झटके से धरती कांप उठी थी. मणिपुर के मोइरांग से 100 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में शुक्रवार सुबह 10.02 बजे भूकंप के तेज झटके आए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.5 रही। बताया जा रहा है.
भूकंप आने पर क्या करें, क्या न करें
भूकंप आने पर फौरन घर, स्कूल या दफ़्तर से निकलकर खुले मैदान में जाएं. बड़ी बिल्डिंग्स, पेड़ों, बिजली के खंबों आदि से दूर रहें.
बाहर जाने के लिए लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें.
कहीं फंस गए हों तो दौड़ें नहीं। इससे भूकंप का ज्यादा असर होगा.
भूकंप आने पर खिड़की, अलमारी, पंखे, ऊपर रखे भारी सामान से दूर हट जाएं ताकि इनके गिरने और शीशे टूटने से चोट न लगे.
अगर आप बाहर नहीं निकल पाते तो टेबल, बेड, डेस्क जैसे मजबूत फर्नीचर के नीचे घुस जाएं और उसके लेग्स कसकर पकड़ लें ताकि झटकों से वह खिसके नहीं.
कोई मजबूत चीज न हो, तो किसी मजबूत दीवार से सटकर शरीर के नाजुक हिस्से जैसे सिर, हाथ आदि को मोटी किताब या किसी मजबूत चीज़ से ढककर घुटने के बल टेक लगाकर बैठ जाएं.