लाइगर तेलुगू अभिनेता विजय देवरकोंडा की पहली हिंदी फिल्म थी। कथित तौर पर इसे करीब 100 करोड़ रुपये के बजट में बनाया गया था। इस सिलसिले में ईडी ने उनसे पूछताछ की। एक्टर ने इसे एक एक्सपीरियंस बताया।
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Vijay Devarakonda Questioning By ED: साउथ के फेमस एक्टर विजय देवरकोंडा (Vijay Devarakonda) बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश हुए थे. एक्टर से उनकी हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘लाइगर’ के लिए धन की सोर्सिंग से संबंधित FEMA (फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्टर) जांच के सिलसिले में हैदराबाद में ED ने पूछताछ की थी.अभिनेता से हैदराबाद में 9 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की गई. बता दें कि ED मल्टीलिंगुअल फिल्म ‘लाइगर’ के संबंध में कथित भुगतान और धन के सोर्सिंग की जांच कर रहा है।
पूछताछ के बाद जानें देवरकोंडा ने क्या कहा
ED के द्वारा पूछताछ के तुरंत बाद, देवरकोंडा ने दावा किया कि उन्होंने सभी सवालों के जवाब दे दिए हैं. एक्टर ने इंटेरोगेशन को अपने फैंस के लव का “साइड इफेक्ट्स” और “प्रॉब्लम कहा”. उन्होंने कहा, “आप सभी जो प्यार और स्नेह देते हैं, उसके कारण कुछ समस्याएं और दुष्प्रभाव होंगे. लेकिन यह एक एक्सपीरियंस है और यह लाइफ है. जब मुझे बुलाया गया तो मैंने अपनी ड्यूटी निभाई. मैंने सवालों के जवाब दिए हैं.” जब एक्टर से पूछा गया कि क्या उन्हें फिर से बुलाया जाएगा, तो उन्होंने “नहीं” में जवाब दिया.
फिल्म के डायरेक्टर से भी हो चुकी है पूछताछ
विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम जो सीमा पार लेनदेन को देखता है, के कथित उल्लंघन पर 17 नवंबर को प्रवर्तन निदेशालय ने लाइगर निर्माता चार्मी कौर और डायरेक्टर पुरी जगन्नाथ से तकरीबन 12 घंटे तक पूछताछ की थी।
‘लाइगर’ बाक्स ऑफिस पर कुछ खासा धमाल नही मचा पायी थी
लाइगर तेलुगू अभिनेता की पहली हिंदी फिल्म थी। कथित तौर पर इसे करीब 100 करोड़ रुपये के बजट में बनाया गया था। ‘लाइगर’ एक स्पोर्ट्स एक्शन ड्रामा फिल्म थी. फिल्म में पूर्व-विश्व हैवीवेट चैंपियन माइक टायसन को भी शामिल किया गया था. हालांकि, फिल्म रिलीज होने पर बुरी तरह असफल रही. पैन-इंडिया फिल्म के रूप में रिलीज होने के बावजूद इंडियन बॉक्स ऑफिस पर ‘लाइगर’ थिएटर रन पर अपने बजट से आधा ही वसूल कर पाई।
कांग्रेस नेता की शिकायत पर ED ने शुरू की है जांच
कांग्रेस नेता बक्का जुडसन ने फिल्म में संदिग्ध तरीकों से इंवेस्ट किए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद ईडी ने जांच शुरू की. बक्का जुडसन ने शिकायत में कहा था कि की कई पॉलिटिशियन ने भी ‘लाइगर’ में पैसा लगाया था. उन्होंने ये भी दावा किया था कि इंवेस्टर्स को अपने काले धन को सफेद करने का यह सबसे आसान तरीका लगा था. वहीं जांच एजेंसी को शक है कि कई कंपनियों ने फिल्म मेकर्स के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए थे. फिलहाल ईडी जांच कर रही है.