यूपी की राजधानी लखनऊ में फर्जी दस्तावेज बना कर किसान की जमीन बेचने का मामला सामने आया है। फर्जी दस्तावेज के जरिए करीब 1 करोड़ 25 लाख में किसान की जमीन बेच दी गई। शातिरों ने तहसील प्रशासन से सांठगांठ कर फर्जी अभिलेख तैयार करा लिया था।
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लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में फर्जी दस्तावेज बना कर किसान की जमीन बेचने का मामला सामने आया है। फर्जी दस्तावेज के जरिए करीब 1 करोड़ 25 लाख में किसान की जमीन बेच दी गई। शातिरों ने तहसील प्रशासन से सांठगांठ कर फर्जी अभिलेख तैयार करा लिया था।
किसान का कहना है कि लगभग 30 बीघा जमीन बेच दी गई। इस मामले की उच्चाधिकारियों को भनक तक नहीं लगी। किसान का आरोप है कि तहसील के अधिकारियों और भू-माफियाओं की मिलीभगत से इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया। किसान का आरोप है कि एक पूर्व विधायक के बेटे पंकज रावत की भी फर्जी जमीन बिक्री मामले में अहम भूमिका है।
ग्राम प्रधान व अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी निवास व वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कर किसान की जमीन बेच दी। ग्राम पंचायत चंदनापुर के ग्रामीणों ने बताया कि फर्जी निवास व कई पेपर तैयार किए गए हैं। यहां रवि प्रकाश सिंह नाम का व्यक्ति कभी नहीं रहा, तो कैसे अभिलेख तैयार हो गया। पूरा मामला लखनऊ के बख्शी का तालाब तहसील का है।