हार्दिक पटेल ने गुजरात कांग्रेस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जाहीर की थी और दावा किया था कि उन्हें राज्य इकाई में दरकिनार किया जा रहा है। पार्टी नेतृत्व उनके कौशल का उपयोग करने को तैयार नहीं है। हार्दिक ने ये भी आरोप लगाया था कि कांग्रेस की गुजरात इकाई के नेता उन्हें परेशान कर रहे हैं और चाहते हैं कि वो पार्टी छोड़ दें।
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नई दिल्ली, 23 अप्रैल। पिछले कुछ वक्त से कांग्रेस के नेता ही अपनी पार्टी के खिलाफ आवाज़ मुखर कर चुके हैं। इसी कड़ी में अपनी ही पार्टी की आलोचना करने के कुछ दिनों बाद गुजरात कांग्रेस के नेता हार्दिक पटेल ने बीजेपी की तारीफ की है। बीजेपी की तारीफ करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि बीजेपी के पास बेहतर राजनीतिक निर्णय लेने की क्षमता है। इस दौरान हार्दिक ने कहा कि उन्हें हिंदू होने पर गर्व है। लेकिन एक सवाल के जवाब पर उन्होंने बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर भी विराम लगाया है। उन्होंने कहा कि ये निराधार अटकलें हैं। अगर उन्हें ऐसा फैसला लेने की जरूरत होगी तो वो लोगों के सामने खुले दिल से लेंगे।
बतादें कि हाल में ही में हुए विधानसभा चुनाव से पहले पाटीदार नेता नरेश पटेल को पार्टी में शामिल करने की कांग्रेस की योजना से हार्दिक पटेल नाराज हैं। हार्दिक को लगता है कि अगर नरेश पटेल कांग्रेस में शामिल हो जाते हैं तो समुदाय के नेता के रूप में उनका दबदबा खत्म हो सकता है। इसको लेकर उन्होंने एक हफ्ते पहले कांग्रेस की कार्यशैली की आलोचना भी की थी। जिसके बाद शुक्रवार को हार्दिक पटेल ने कहा कि उन्होंने पार्टी आलाकमान को अपनी राय बताई है। उन्हें उम्मीद है कि कांग्रेस पार्टी राज्य के लोगों को ध्यान में रखते हुए फैसला लेगी।
सच बोलना चाहिए क्योंकि मैं पार्टी का भला चाहता हूँ। प्रदेश की जनता हमसे उम्मीद रखती है और हम उस उम्मीद पर खरे न उतर सके तो फिर इस नेतागीरी का मतलब क्या हैं ! मैंने आज तक पार्टी को श्रेष्ठ देने का काम किया है और आगे भी करने वाला हूँ। पद के मोहताज नही काम के भूखे हैं।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) April 14, 2022
हार्दिक ने की बीजेपी की तारीफ
बीजेपी की तारीफ करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि हमें ये मानना होगा कि बीजेपी द्वारा हाल ही में लिए गए राजनीतिक फैसलों से पता चलता है कि उनके पास बेहतर राजनीतिक फैसले लेने की क्षमता है। मेरा मानना है कि इसकी प्रशंसा किए बिना हम कम से कम सच्चाई को स्वीकार करें। अगर कांग्रेस मजबूत बनना चाहती है तो उसे अपने फैसले लेने की क्षमता में सुधार करना होगा। उन्होंने कहा कि वो सच कह रहे हैं और हजारों पार्टी कार्यकर्ता उनसे सहमत होंगे कि राज्य कांग्रेस नेतृत्व में फैसले लेने की क्षमता की कमी है।
आलाकमान से नहीं राज्य नेतृत्व से नाराज- पटेल
पटेल ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मैं किसी व्यक्ति से नहीं, बल्कि राज्य नेतृत्व से नाराज हूं। मुझे नहीं लगता कि राज्य में पार्टी नेतृत्व अपनी जिम्मेदारियों को राज्य के लाभ के लिए निभा रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि जब कोई सच बोलता है तो पार्टी के भीतर उसकी अलग तरह से व्याख्या की जाती है।
बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को बताया निराधार
हार्दिक पटेल ने कहा कि अगर पार्टी उनकी आवाज बनने और उनके हितों को अपनी प्राथमिक चिंता के रूप में लेने में फेल रहती है तो लोग एक विकल्प की तलाश शुरू कर देंगे। इस दौरान बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर कभी मुझे लोगों के फायदे के लिए ऐसा फैसला लेने की जरूरत पड़ी तो मैं जरूर बता दूंगा। मैं इस मामले को खुले दिल से लोगों के सामने रखूंगा। फिलहाल मैं किसी दूसरी पार्टी में शामिल नहीं हो रहा हूं। मेरी नाराज़गी राहुल गांधी से नहीं है। बतादें कि हार्दिक पटेल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे।
हार्दिक पटेल ने कहा- हिंदू होने पर है गर्व
इस दौरान पटेल ने कहा कि उन्हें हिंदू होने पर गर्व है क्योंकि वो ‘रघुवंशी कबीले’ की परंपरा को निभाते हैं। उन्होंने कहा कि वो लव-कुश के वंश से आते हैं। हिंदू धर्म से हमारा संबंध हाल का नहीं है। सदियों से हमें हिंदू होने पर गर्व रहा है।
हार्दिक पर बीजेपी की प्रतिक्रिया
इस बीच बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष सीआर पाटिल ने कहा कि ना केवल हार्दिक पटेल बल्कि कई कांग्रेस नेता इस बात को स्वीकार करेंगे कि जिस तरह से बीजेपी के शीर्ष नेता और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आगे बढ़ाया है। पूरा देश बीजेपी की विचारधारा से प्रभावित है। पीएम मोदी ने अपने कामकाज के तरीके से देश और दुनिया को दिखाया है कि उन्होंने 2014 से देश को किस तरह आगे बढ़ाया है और देश के विकास के लिए काम किया है।
बतादें कि पिछले हफ्ते ही हार्दिक पटेल ने गुजरात कांग्रेस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जाहीर की थी और दावा किया था कि उन्हें राज्य इकाई में दरकिनार किया जा रहा है। पार्टी नेतृत्व उनके कौशल का उपयोग करने को तैयार नहीं है। हार्दिक ने ये भी आरोप लगाया था कि कांग्रेस की गुजरात इकाई के नेता उन्हें परेशान कर रहे हैं और चाहते हैं कि वो पार्टी छोड़ दें।