पिछले चार दिनों से बरेली और उसके आस-पास के जिलों में लगातार झमाझम बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। रविवार को बारिश का दौर लगातार जारी रहा, जो देर रात तक भी बंद नहीं हुआ। सोमवार को भी तेज बारिश ने शहर की जल निकासी व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर कर दिया। इसका असर यह हुआ कि शहर के अधिकांश इलाके जलभराव की चपेट में आ गए।
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UTTAR PRADESH : पिछले चार दिनों से बरेली और उसके आस-पास के जिलों में लगातार झमाझम बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। रविवार को बारिश का दौर लगातार जारी रहा, जो देर रात तक भी बंद नहीं हुआ। सोमवार को भी तेज बारिश ने शहर की जल निकासी व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर कर दिया। इसका असर यह हुआ कि शहर के अधिकांश इलाके जलभराव की चपेट में आ गए।
बरेली के पुराने और नए दोनों प्रकार के मोहल्ले जलमग्न हो गए हैं। मठ की चौकी, साहू गोपीनाथ स्कूल, बिहारीपुर, किला और मलूकपुर जैसे पुराने इलाके पानी में डूबे रहे। वहीं, राजेंद्र नगर, इंदिरा नगर और डीडीपुरम जैसी आधुनिक कॉलोनियां भी इस बारिश से अछूती नहीं रह सकीं। राजेंद्र नगर के ए-ब्लॉक का पूरा इलाका तालाब की तरह नजर आया। मॉडल टाउन के खालसा इंटर कॉलेज के परिसर में पानी भर गया, जिससे वहां के विद्यार्थियों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी हुई। हरिमंदिर चौराहा भी जलभराव के कारण यातायात और पैदल चलने वालों के लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है। हजियापुर, चक महूमद और पशुपतिनाथ मंदिर के आसपास की सड़कों पर भी जलभराव हो गया है।
पीलीभीत जिले में रविवार को आठ घंटे तक 55 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे शहर की मुख्य सड़कें चार-चार फीट पानी में डूब गईं और बाजार बंद हो गए। इस स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी ने 1 और 2 सितंबर को सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया। शारदा और देवही नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा भी मंडरा रहा है, जिससे स्थानीय प्रशासन सतर्क है।
बरेली में भी बारिश की वजह से कक्षा आठ तक के स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है। मौसम विभाग ने बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत और बदायूं जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अगस्त माह में बरेली में 385 मिमी बारिश हुई है, जो पिछले चार साल का रिकॉर्ड तोड़ने वाली है। मौसम विभाग के अनुसार, सितंबर में भी सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए भी मानसून की तेज रफ्तार का अनुमान जताया है। 30 और 31 अगस्त तथा 1 सितंबर को इन जिलों में भारी बारिश के साथ-साथ आंधी-तूफान का अलर्ट भी जारी किया गया है। यह मौसम की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है और इससे लोगों को खासतौर पर सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
कुल मिलाकर, यूपी के बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर और बदायूं जिलों में मानसून की भारी बारिश ने जनजीवन पर व्यापक असर डाला है। जलभराव, सड़क बंद होना, बाजार ठप पड़ना, स्कूलों की छुट्टियां और बाढ़ का खतरा जैसे हालात लोगों के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं। आने वाले दिनों में भी मौसम विभाग के अलर्ट को गंभीरता से लेते हुए सतर्कता बरतनी होगी ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
✍️ DEEP CHOUDHARY