हजारीबाग में जमीन हेराफेरी कर प्रेम प्रकाश और अमित अग्रवाल को लाभ पहुंचाने की जांच की भी मांग की गई। अधिवक्ता ने पत्र में लिखा है कि बड़े प्लॉट की हेराफेरी कर लाभ पहुंचाया गया। इसमें DIG, SP और निबंधक की महत्वपूर्ण भूमिका है।
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रांची, 28 मई। IAS पूजा सिंघल मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की गिरफ्त में आए प्रेम प्रकाश को अवैध रूप से दिए गए बॉडीगार्ड्स के खिलाफ झारखंड हाईकोर्ट के एडवोकेट राम सुभाग सिंह ने मुख्य सचिव और ED के निदेशक को पत्र लिखकर जांच कराए जाने की मांग की है। लेटर में उन्होंने कहा है कि बिना किसी शुल्क के प्रेम प्रकाश को करीब 5 सरकारी बॉडीगार्ड दिए गए हैं। इसमें हजारीबाग DIG और SP की संलिप्तता है। इसलिए उक्त मामले की भी जांच कराई जाए कि किन-किन परिस्थितियों में ऐसा किया गया है। एडवोकेट राम सुभाग सिंह ने इससे संबंधित दस्तावेज मुख्य सचिव और ED के निदेशक को ईमेल के जरिए भेजा है।
घेरे में DIG, SP और निबंधक की भूमिका
वहीं लेटर में हाईकोर्ट के एडवोकेट ने लिखा है कि प्रेम प्रकाश को 5 बॉडीगॉर्ड मिले थे। इसमें एक कानूनी और 4 गैर कानूनी तरीके से दिए गए। 3 हजारीबाग से 1 बोकारो से और 1 बॉडीगार्ड रांची से दिया गया था। राम सुभग सिंह ने बताया कि किस स्तर पर प्रेम प्रकाश को बॉडीगॉर्ड दिया गया था। इसकी जांच की होनी चाहिए। इसके अलावा हजारीबाग में जमीन हेराफेरी कर प्रेम प्रकाश और अमित अग्रवाल को लाभ पहुंचाने की जांच की भी मांग की गई। अधिवक्ता ने पत्र में लिखा है कि बड़े प्लॉट की हेराफेरी कर लाभ पहुंचाया गया। इसमें DIG, SP और निबंधक की महत्वपूर्ण भूमिका है। बतादें कि मनी लॉन्ड्रिंग में गिरफ्तार IAS पूजा सिंघल प्रकरण में ED की जांच प्रेम प्रकाश सहित कई लोगों तक पहुंची चुकी है।