गिफ्तार IAS पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा द्वारा संचालित पल्स अस्पताल के बैंक खातों को फ्रीज किए जाने के खिलाफ दायर याचिका पर सोमवार को झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान HDFC बैंक की ओर से कहा गया कि लोन की राशि की भरपाई होने पर बैंक के सारे खातों को चालू कर दिया गया है।
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रांची, 6 जून। मनी लांड्रिंग, आय से अधिक संपत्ति और मनरेगा घोटाला मामले में गिफ्तार IAS पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा द्वारा संचालित पल्स अस्पताल के बैंक खातों को फ्रीज किए जाने के खिलाफ दायर याचिका पर सोमवार को झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान HDFC बैंक की ओर से कहा गया कि लोन की राशि की भरपाई होने पर बैंक के सारे खातों को चालू कर दिया गया है। इस दौरान जांच एजेंसी ED की ओर से कहा गया कि उन्होंने बैंक को इस तरह का काम करने के लिए कोई पत्र नहीं लिखा था। इसलिए इस मामले में ED को पार्टी नहीं बनाया जाए। जिसके बाद झारखंड हाईकोर्ट में अब इस मामले में अगले हफ्ते सुनवाई होगी। इस संबंध में पल्स अस्पताल ने झारखंड हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है। याचिका में कहा गया है कि बैंक की ओर से खातों को फ्रीज किए जाने से काफी परेशानी हो रही है। जबकि ED की ओर से बैंक खातों को फ्रीज करने के लिए कोई दिशा-निर्देश भी नहीं दिए गए हैं। इसलिए सभी अकाउंट को चालू किया जाए। झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस राजेश शंकर की कोर्ट में सुनवाई हुई।
कैसे पूजा केस में प्लस अस्पताल लपेटे में आया?
बतादें कि ED ने मनरेगा घोटाला मामले में सबसे पहले पूजा सिंघल के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। जिसमें उनके पति अभिषेक झा का ये अस्पताल भी शामिल था। ED को पूछताछ में जानकारी मिली थी कि पूजा सिंघल ने बड़े पैमाने पर कालाधन इस अस्पताल में निवेश किया है। इसके बाद ED ने अस्पताल के संचालक अभिषेक झा को भी तलब किया। कई दिनों तक पूछताछ की गई। अस्पताल के सभी कागजात की छानबीन की गई। फिर अस्पताल के निर्माण कार्य से जुड़े ठेकेदारों को भी ED ने तलब किया। उससे भी पूछताछ की गई। इसी के तहत ये बात भी सामने आई कि अस्पताल का निर्माण गलत तरीके से भुईहरि की जमीन पर कराया गया है। इस जमीन का दाखिल खारिज तक नहीं हुआ था। इसके बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। नीचे से ऊपर तक के अधिकारियों से जवाब-तलब शुरू हो गया। अस्पताल से संबंधित उस संचिका की भी खोजबीन शुरू हो गई, जिसमें सालों पहले पूर्व DC ने जांच के आदेश दिए थे। कुल मिलाकर ये बात सामने आई कि नीचे से ऊपर तक दाल में काला है।
पूजा सिंघल की काली कमाई अस्पताल निर्माण में भी लगी
फिलहाल अभिषेक झा की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। लेकिन उनकी पत्नी पूजा सिंघल और उनका कालाधन खपाने वाले CA सुमन कुमार की गिरफ्तारी जरूर हो चुकी है। कई दिनों तक चली पूछताछ के बाद दोनों ने कई राज उगले हैं। CA सुमन कुमार ये कबूल चुका है कि कालाधन पूजा सिंघल का है। उसने प्लस अस्पताल निर्माण कार्य के लिए बिल्डर को भी रुपये दिए थे। ये भी खुलासा हो चुका है कि खान सचिव रहीं पूजा सिंघल को जिला खनन पदाधिकारी पैसा पहुंचाया करते थे। ये रुपए सीधे पूजा सिंघल को नहीं देकर उनके CA सुमन कुमार के खातों में भेजा करते थे। जिला खनन पदाधिकारियों से पूछताछ का सिलसिला जारी है। इन सभी ने कई अन्य दिग्गजों के भी नाम बता दिए हैं, जो खनन के जरिए कालाधन खपाने के धंधे में शामिल हैं। ED बारी-बारी से इन्हें तलब कर पूछताछ कर रही है।