रांची: झारखंड के कांग्रेस प्रभारी पर आदर्श आचार संहिता को उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया गया है। इस केस की जानकारी लेने के लिए अविनाश पांडेय पार्टी के कई अन्य नेताओं के साथ कोतवाली पहुंचे। यहां पर उन्होंने कोतवाली की डीएसपी यशोधरा से मामले की जानकारी ली। फिलहाल अविनाश पांडेय ने अपनी जमानत नहीं ली है और उन्होंने कहा कि गलत धाराओं में मुकदमा लिखा गया है। जानकारी मिली है कि भाजपा की शिकायत पर राज्य के निर्वाचन आयोग ने रांची के डीसी को कार्रवाई के लिए निर्देश देते थे।
जानें क्या है मामला
दरअसल अविनाश पांडेय पर आरोप लगे है कि उन्होंने झारखंड पंचायत चुनाव 2022 में विजय होने वाले उम्मीदवारों को अपनी पार्टी में जगह देने की बात कही है। भाजपा ने अविनाश पांडेय के इस बयान को आधार बनाते हुए आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करार दिया और कहा कि राज्य निवार्चन आयोग इस मामले पर शिकायत दर्ज करे। कुछ अखबारों की खबरों का हवाला देते हुए भाजपा ने एक ज्ञापन राज्य निर्वाचन आयोग को दिया, जिसमें आरोप लगाया था कि इस तरह की घोषणा करना नर्सरी प्रत्याशियों को लालच देने के समान है, अतः इस पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज हो।
कोतवाली में मामला दर्ज होते ही कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, मंत्री बन्ना गुप्ता, दीपिका पांडेय सिंह, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, प्रवक्ता राजीव रंजन सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
कांग्रेस की लोकप्रियता से डर गई है भाजपा
इस मामले पर बोलते हुए कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह कांग्रेस की बढ़ती लोकप्रियता से डरी हुई है। इसके साथ ही उन्होंने कोतवाली पुलिस व राज्य के निर्वाचन आयोग पर मामले की बिना जांच के कार्रवाई करने का आरोप भी लगाया।