केंद्रीय गृह मंत्रालय ने रांची में हुई हिंसक घटनाओं पर सख्त रुख अपनाया है। मंत्रालय ने पूरे मामले पर झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस से पूरी रिपोर्ट मांगी है। रांची हिंसा में शामिल लोगों को चिन्हित करने को कहा गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सारी स्थिति पर राजभवन से रिपोर्ट तलब की है।
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रांची, 13 जून। रांची में 10 जून को प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा और उपद्रव मामले को लेकर राज्यपाल रमेश बैस ने गंभीरता से संज्ञान लिया है। राज्यपाल ने सोमवार को DGP नीरज सिन्हा, ADG ऑपरेशन संजय आनंद लाटकर, उपायुक्त छवि रंजन और SSP सुरेंद्र कुमार झा को राजभवन तलब किया है। सोमवार दोपहर तीनों अधिकारी राजभवन पहुंचे थे। तीनों से राज्यपाल ने मामले की पूरी जानकारी ली। साथ ही अबतक इस मामले में की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी ली। राज्यपाल ने विधि व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने का आदेश अधिकारियों को दिया।
माननीय राज्यपाल ने आज राज्य के पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक (अभियान), राँची के उपायुक्त एवं वरीय पुलिस अधीक्षक को राज भवन बुलाकर वर्तमान विधि-व्यवस्था की जानकारी ली। अधिकारियों ने उन्हें प्रदर्शनकारियों के खिलाफ प्रशासन द्वारा अब तक की गई कार्रवाई से अवगत कराया।
— Governor of Jharkhand (@jhar_governor) June 13, 2022
घटना में शामिल लोगों को जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश
इससे पहले भी राज्यपाल ने डीजीपी को फोन कर घटना में शामिल लोगों को जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था। इतना ही नहीं राज्यपाल रमेश बैस ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी फोन कर घटना की जानकारी ली थी।
हिंसा पर राजभवन से रिपोर्ट तलब
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने रांची में हुई हिंसक घटनाओं पर सख्त रुख अपनाया है। मंत्रालय ने पूरे मामले पर झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस से पूरी रिपोर्ट मांगी है। रांची हिंसा में शामिल लोगों को चिन्हित करने को कहा गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सारी स्थिति पर राजभवन से रिपोर्ट तलब की है।
राज्य के अधिकारी घमंड में चूर है, इस सरकार के नेतृत्व में जो मर्जी कर रहें है । ये रवैया कतई बर्दाश्त नहीं है ।संवैधानिक संस्थाओं के गरिमा की रक्षा हर क़ीमत पर की जाएगी pic.twitter.com/imK4emZVbs
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) June 13, 2022
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उधर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा कि राज्य के अधिकारी घमंड में चूर हैं। इस सरकार के नेतृत्व में जो मर्जी कर रहें है। ये रवैया कतई बर्दाश्त नहीं है।
बतादें कि बीजेपी से निलंबित नेता नूपुर शर्मा और निष्कासित नेता नवीन जिंदल के बयान से आक्रोशित मुस्लिम समाज के लोगों ने शुक्रवार को हिंसक प्रदर्शन किया। इस दौरान उपद्रवियों ने पथराव किया। स्थिति को संभालने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। इस दौरान उपद्रवियों ने भी गोलीबारी की। इस गोलीबारी में दो लोगों की मौत हुई और 13 लोग घायल हुए।