उत्तर-प्रदेश के कानपुर में जाजमऊ स्थित शालीमार टेनरी का है,जहा 3 मजदूर गुरुवार की दोपहर में सेप्टिक टैंक की सफाई करने के लिए जैसे ही टैंक में उतरे वैसे ही बेहोश हो गए,बताया जा रहा है कि यह हादसा जहरीली गैस के चपेट में आने से हुआ है,मौके पे मौजूद लोगों ने तीनों मजदूरों को हैलेट अस्पताल में पहुंचाया,जहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया,टेनरी प्रबंधक इसके बाद शवों को छोडकर वहा से फरार हो गया,इस हादसे कि खबर पुलिस को मिलते ही मौके पे पुलिस पहुंच कर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा
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Kanpur News: उत्तर-प्रदेश के कानपुर में जाजमऊ स्थित शालीमार टेनरी का है,जहा 3 मजदूर गुरुवार की दोपहर में सेप्टिक टैंक की सफाई करने के लिए जैसे ही टैंक में उरते बेहोश हो गए,बताया जा रहा है कि यह हादसा जहरीली गैस के चपेट में आने से हुआ है,मौके पे मौजूद लोगों ने तीनों मजदूरों को हैलेट अस्पताल में पहुंचाया,जहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया,टेनरी प्रबंधक इसके बाद शवों को छोडकर वहा से फरार हो गया,इस हादसे कि खबर पुलिस को मिलते ही मौके पे पुलिस पहुंच कर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा
दरअसल, पूरा मामला जाजमऊ स्थित शालीमार टेनरी का है, जहां गुरुवार दोपहर के वक्त तीन मजदूरों को सेप्टिक टैंक साफ करने के लिए बुलाया गया था. तीनों जैसे ही सेप्टिक टैंक में उतरे तो बेहोश हो गए. इसके बाद मौके पर मौजूद टेनरी प्रबंधक ने सभी को हैलट अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद टेनरी प्रबंधक शवों को छोड़कर फरार हो गया. फिर डॉक्टरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा.
सभी मृतकों की शिनाख्त गल्ला मंडी नौबस्ता के रहने वाले 29 वर्षीय सोनू, 32 वर्षीय सुखवीर और 30 वर्षीय सत्यम के तौर पर हुई है. अस्पताल में मौजूद मृतकों के परिजनों ने टेनरी प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया. उनका कहना है कि बिना किसी सेफ्टी उपकरण के सभी को सेप्टिक टैंक में उतारा गया, जिसकी वजह से मौत हुई