रांची, 12 अप्रैल। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास रामनवमी के दिन लोहरदगा हिंसा में घायल पीड़ितों के परिवार से मिलने लोहरदगा पहुंचे। लेकिन इस दौरान जिला प्रशासन ने सुरक्षा का हवाला देते हुए प्रभावित गांव जाने से उन्हें रोक दिया। जिसके बाद पूर्व सीएम रघुवर दास प्रशासन से नाराज दिखे।
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#BigBreaking: प्रशासन ने पूर्व मुख्यमंत्री @dasraghubar को लोहरदगा में रामनवमी के दौरान हुए घटना के स्थल पर जाने से रोका।
पूर्व मुख्यमंत्री ने साझा किया वीडियो, अधिकारियों के द्वारा बहुसंख्यक समाज के खिलाफ तुष्टिकरण का लगाया आरोप।@BJP4Jharkhand #Jharkhand #Politics pic.twitter.com/p5zIY9qs3y — India Voice (@indiavoicenews) April 12, 2022
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प्रदेश में सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश
लोहरदगा पहुंचे पूर्व सीएम दास ने कहा कि इस घटना को सुनियोजित साजिश के तहत अंजाम दिया गया है। यहां का सौहार्द बिगाड़ने की लगातार कोशिश की जा रही है। दास ने कहा कि हर पर्व-त्योहार के मौके पर शरारती तत्व माहौल बिगाड़ने में जुट जाते हैं। इसके बावजूद ना तो राज्य सरकार इस दिशा में गंभीर दिखती है और ना ही जिला प्रशासन कोई कार्रवाई करता नज़र आता है।
पूर्व सीएम दास ने की निष्पक्ष जांच की मांग
पूर्व सीएम रघुवर दास ने रामनवमी शोभायात्रा के दौरान हिंसक झड़प में शामिल लोगों की पहचान कर बिना देरी के उन्हें गिरफ्तार करने की अपील की है। साथ ही निर्दोष लोगों को परेशान नहीं करने की बात कही। इस दौरान पूर्व सीएम दास घायलों से मिलने लोहरदगा सदर अस्पताल भी गए। इस मौके पर उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की है।
रामनवमी शोभायात्रा पर पत्थराव में घायल रामभक्तों से मिलने आज लोहरदगा के सदर अस्पताल गया।
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वहां घायलों से बात की। सभी ने बताया कि उनके साथ भेदभाव रहा है। निर्दोष लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, जबकि दूसरे पक्ष के लोगों के खिलाफ दिखावे की कार्रवाई की जा रही है। @blsanthosh pic.twitter.com/o7jI4oQdJa
— Raghubar Das (@dasraghubar) April 12, 2022
वहीं रघुवर दास ने कई संगठनों के लोगों के साथ बैठक कर पूरे मामले की जानकारी लेते हुए इस घटना पर दुख जाहीर किया और पीड़ित लोगों के परिजनों से वीडियो कॉल पर बात की और कहा कि जल्द ही उनके गांव आकर पीड़ित परिजनों से मिलेंगे। दास ने कहा कि प्रशासन ने मुझे लोहरदगा में घटना स्थल पर जाने से रोक तो दिया है। लेकिन वहां के लोगों से जुड़ने से नहीं रोक पाया। दास ने वीडियो कॉल के जरिए गांव वालों से बात की और उनका हौसला बढ़ाया।
प्रशासन ने तो मुझे लोहरदगा में घटना स्थल पर जाने से रोक दिया। लेकिन वहां के लोगों से जुड़ने से नहीं रोक पाया।
वीडियो कॉल के माध्यम से गांव वालों से बात की और उनका हौसला बढ़ाया।@BJP4India pic.twitter.com/BZMBq0ILpA
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रामेश्वर उरांव ने रघुवर दास पर राजनीति करने का आरोप लगाया
उधर मामले में झारखंड सरकार के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने रघुवर दास पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि रघुवर दास इस घटना को तूल दे रहे हैं। मामले में सरकार अपने स्तर पर कार्रवाई कर रही है। सरकार दोषियों की शिनाख्त कर कार्रवाई में जुटी हुई है। ऐसी घटनाओं पर राजनीति करना शर्मनाक बात है। उन्होंने कहा कि रघुवर दास को जिला प्रशासन हर कार्रवाई से अवगत कराने के लिए तैयार है। पर उनके घटना स्थल पर जाने से और बयानबाजी से माहौल बिगड़ सकता है। रघुवर दास अगर चाहें तो प्रशासन से कार्रवाई संबंधित जानकारी हासिल कर सकते हैं।
जानें क्या है मामला ?
बतादें कि लोहरदगा जिले में हिरही भोक्ता बगीचा इलाके के पास रामनवमी की शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। झड़प में एक व्यक्ति की मौत और 12 लोग घायल हुए थे। हिंसक झड़प के बाद प्रशासन ने लोहरदगा शहर में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया था और धारा 144 लगा दी थी।