MP Crime News: एक बड़ी ही शर्मनाक घटना मध्य प्रदेश से सामने आ रही है जहां के नर्मदापुरम जिले के एक युवा पत्रकार के साथ बर्बरता का मामला सामने आया था. पत्रकार प्रकाश यादव को माखन नगर तहसील में पेड़ से बांधकर बेरहमी से पीटा गया था. इतना ही नहीं, इस वारदात का वीडियो भा बनाया गया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल भी किया गया. वीडियो वायरल होने के एक दिन बाग ही पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
Updated Date
MP Crime News: एक बड़ी ही शर्मनाक घटना मध्य प्रदेश से सामने आ रही है जहां के नर्मदापुरम जिले के एक युवा पत्रकार के साथ मारपीट का मामला सामने आया था. पत्रकार प्रकाश यादव को माखन नगर तहसील में पेड़ से बांधकर बेरहमी से पीटा गया था. इतना ही नहीं, इस वारदात का वीडियो भा बनाया गया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल भी किया गया. वीडियो वायरल होने के एक दिन बाद ही पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस वीडियो में दिख रहा है कि किस तरह से कुछ लड़के एक 25 वर्षीय पत्रकार को पेड़ से बांधकर उसे थप्पड़ और मुक्के मार रहे हैं.
आरोपी पर फर्जीवाड़े के मामले दर्ज
मामला माखन नगर तहसील के ग्राम कोट गांव का है, जहां इन दिनों गुंडागर्दी चरम पर है. इन रसूखदार दबंगों को और असामाजिक तत्वों में पुलिस और कानून का बिल्कुल डर नहीं दिख रहा है. मामला कुछ ऐसा है कि नारायण यादव नाम के शख्स और उसके दर्जनों साथियों ने एक युवा पत्रकार प्रकाश यादव को बड़ी बर्बरता से पेड़ से बांधा और उसके साथ मारपीट की. मारपीट करने का वीडियो भी बनाया गया है. उल्लेखनीय है कि आरोपी नारायण यादव कोरोना काल में फर्जी पास, फर्जी सील, लेटर पैड के साथ पकड़ा गया था.
एमपी के नर्मदापुरम जिले के युवा पत्रकार प्रकाश यादव के साथ माखन नगर तहसील में पेड़ से बांधकर पीटने का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने एक दिन बाद छह आरोपियों को गिरफ़्तार किया @ABPNews pic.twitter.com/UiziR6Xdks
— Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) January 27, 2023
पुलिस पर खड़े हुए सवालिया निशान
जानकारी के अनुसार, जब पीड़ित पत्रकार थाने में शिकायत करने गया, तो उसकी रिपोर्ट लिख ली गई लेकिन आरोपी नारायण यादव और उसके साथियों पर किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं हुई. पीड़ित पत्रकार भयभीत अवस्था में था और माखन नगर पुलिस पर भी सवालिया निशान खड़े होने लगे थे. हालांकि, माखन नगर के मीडियाकर्मी जल्द ही होशंगाबाद एसपी गुरु करण सिंह को ज्ञापन सौंपकर इस मामले में कार्रवाई की मांग की थी. इसके बाद एक्शन लेते हुए मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
पुलिस पर लगे आरोपियों को बचाने के आरोप
मिली जानकारी के अनुसार, जब विवेचक से इस मामले में सवाल किए गए, तो उन्होंने कुछ भी सही से नहीं बताया. उल्टा मीडिया को ही डराने लगे. ऐसे में आशंका जताई जा रही थी कि पुलिस भी आरोपियों को बचाने में लगी हुई है. पीड़ित पत्रकार ने भी पुलिसकर्मियों पर ये आरोप लगाए थे.