मणिपुर में नोनी जनपद क्षेत्र में हो रहे रेलवे निर्माण स्थल पर हुए भूस्खलन हो गया। इसमें मरने वाले लोगों की संख्या शनिवार को बढ़कर 24 हो गई। फिलहाल अभी भी रेस्क्यू अभियान जारी है।
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नई दिल्ली, 2 जुलाई 2022। मणिपुर में जनपद नोनी में चल रहे रेलवे निर्माण पर भूस्खलन से मरने वालों की संख्या में इजाफा हो गया है। शनिवार रेस्क्यू टीम के द्वारा 24 लोगों के शव बरामद कर लिए गये हैं, जबकि कार्य स्थल से अभी भी 38 लोग लापता बताए जा रहे हैं। सूचना के अनुसार बचाव कार्य के लिए टुपुल में घटनास्थल पर बचावकर्मियों के दलों की संख्या बढ़ा दी गई है। मृतकों में आम नागरिक व प्रादेशिक सेना के जवान भी है। इस रेस्क्यू अभियान में करीब 18 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। इस हादसे के बाद टुपुल में असम राइफल्स, भारतीय सेना, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ तलाशी अभियान चला रही है। तलाशी अभियान में टीम को मिले शवों में 11 पश्चिम बंगाल के जवान है। इसके अलावा नौ दार्जिलिंग के हैं, जबकि एक जवान उत्तर 24 परगना के बशीरहाट व एक जवना नदिया का है। इस घटना पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मारे गये जवानों व नागरिकों के प्रति दुख प्रकट किया।
रेस्क्यू अभियान में लोगों को खोजने के लिए खोजी कुत्तों की मदद ली जा रही है। प्रादेशिक सेना के 13 जवान व 5 नागरिकों को सुरक्षित बचा लिया गया है। फिलहाल लापता प्रादेशिक सेना के जवान व नागरिकों की तलाश की जा रही है।
मणिपुर भूस्खलन में मारे गए राज्य के 10 जवानों के शव आज राज्य में लौट रहे हैं। इनमें दार्जिलिंग, मिरिक और कार्सियांग के 9 और जलपाईगुड़ी के बनारहाट का एक जवान शामिल है। 10 जवानों के शव दो विमानों से राज्य पहुंचेंगे। इनमें से छह जवानों को लेकर एक विमान पहुंच गया है और उन्हें हवाई अड्डे पर अंतिम श्रद्धांजलि दी गई। मृतकों में मिलन दिवांकर थापास, तमांग, बेंजामिन, सीताराम राय, मार्कस गुरुंग, विशाल छेत्री, भूपेन राय, बिधान राय, लडुप तमांग, पूर्वी सिक्किम के सेरिंग लेप्चा और जलपाईगुड़ी के शंकर छेत्री शामिल हैं।