नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछली सरकारों पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि नेताजी को 9 साल तक पहले की सरकारों ने सम्मान नहीं दिया। लेकिन मौजूदा सरकार ने इस जनवरी को पराक्रम दिवस घोषित करके नेताजी के पदचिह्नों पर चलने का अह्वान किया।
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रोहतक। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछली सरकारों पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि नेताजी को 9 साल तक पहले की सरकारों ने सम्मान नहीं दिया। लेकिन मौजूदा सरकार ने इस जनवरी को पराक्रम दिवस घोषित करके नेताजी के पदचिह्नों पर चलने का अह्वान किया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल रोहतक में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने जनसभा को संबोधित करने से पहले सुभाष चौक पर नेताजी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने नेताजी को सम्मान देने के लिए कोई काम नहीं किया। नेताजी का सपना था कि लोग तरक्की करें, जातिवाद, अपराध और भ्रष्टाचार से मुक्त समाज होना चाहिए। मौजूदा सरकार उन्हीं की नीति पर चलकर काम कर रही है।
कहा कि यह करने के लिए हमें अपने पूर्वजों से प्रेरणा लेनी चाहिए। इसलिए नेताजी द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलना उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि आजाद हिंद फौज की अब कुछ ही निशानियां बची हुई हैं। लेकिन नेता जी सुभाष चंद्र बोस की टीम में शामिल 3 जांबाज आज भी हरियाणा में हैं। यह उनके लिए गौरव का विषय है। जिसमें से 2 रेवाड़ी के तो एक महेंद्रगढ़ के रहने वाले हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मौजूदा सरकार ने नेताजी के जन्म दिवस को पराक्रम दिवस घोषित कर उन्हें सम्मान दिया है। नेताजी ही हमारे प्रेरणा के स्रोत हैं और वह उन युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं जो देश के लिए कुछ करना चाहते हैं।