Terror Funding Case: एनआईए(NIA) के सूत्रों ने बताया कि मामला जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में अल हुडा एजुकेशनल ट्रस्ट (Al Huda Educational Trust) की संदिग्ध गतिविधियों से जुड़ा है. ये संगठन आतंकियों को पैसा मुहैया कराते हैं और उसके बाद ये दहशतगर्द घाटी का अमन चैन छीनते हैं. इनके बारे में एजेंसी काफी पहले से जानकारी जुटा रही थी।
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Terror Funding Case: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को टेरर फंडिंग मामले में जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर तलाशी ली। विवरण के अनुसार, संदिग्धों के केंद्र शासित प्रदेश में अल हुदा एजुकेशनल ट्रस्ट की संदिग्ध गतिविधियों से जुड़े होने की आशंका है। एनआईए जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर, पुलवामा, बड़गाम, शोपियां, बांदीपोरा, राजौरी और पुंछ में जांच कर रही है. सूत्रों के मुताबिक रेड अभी तक चल रही है. एजेंसी के साथ में सुरक्षाबल भी तैनात हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एनआईए (NIA) ने अल हुडा एजुकेशनल ट्रस्ट (Al Huda Educational Trust) के फंडिंग पैटर्न और गतिविधियों के बारे में मामला दर्ज किया गया था. ये संगठन जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर के लिए एक काम कर रहा है. इसे 2019 में UAPA के तहत ‘गैरकानूनी संघ’ घोषित किया गया जा चुका है. सूत्रों के मुताबिक अल हुडा एजुकेशनल ट्रस्ट लगातार जमात ए इस्लामी की मदद कर रहा था. जबकि तीन साल पहले ही इस पर बैन लगाया जा चुका है.
ये संगठन आतंकियों को पैसा मुहैया कराते हैं और उसके बाद ये दहशतगर्द घाटी का अमन चैन छीनते हैं. इनके बारे में एजेंसी काफी पहले से जानकारी जुटा रही थी. आज इनपुट के बाद एनआईए ने एक ही वक्त में जम्मू कश्मीर के कई जिलों में रेड डाली है. जांच एजेंसी की ओर से अभी तक इस बारे में कुछ नहीं कहा गया. इससे पहले पीएफआई पर बड़ी कार्रवाई की गई थी. जिसके बाद गृह मंत्रालय ने उसे पांच साल के लिए बैन कर दिया. पीएफआई के भी अलग-अलग कई संगठन फंडिंग करते थे.