नितिन गडकरी ने कहा उन्होंने राज ठाकरे के साथ राजनैतिक नहीं पारिवारिक मुलाकात की है।
मुंबई, 04 अप्रैल। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना अध्यक्ष राज ठाकरे से उनके घर पर हुई दो घंटे की मुलाकात के बाद महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है। हालांकि नितिन गडकरी ने इस मुलाकात को पारिवारिक मुलाकात बताते हुए कहा कि इसका राजनीतिक अर्थ नहीं लगाया जाना चाहिए। लेकिन इस मुलाकात के बाद राजनीतिक हलके में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। भाजपा-मनसे गठबंधन के कयास लगाए जा रहे हैं।
मुलाकात के बाद नितिन गडकरी ने कहा कि राज ठाकरे व उनके परिवार के साथ उनके 30 साल पुराने संबंध हैं। राज ठाकरे की माताजी की तबीयत जानने के लिए वे उनके दादर में स्थित नए घर शिवतीर्थ पर आए थे। राज ठाकरे ने दादर में नया घर बनाया है, उस घर को देखने की इच्छा बहुत दिनों से थी। राज ठाकरे ने भी उन्हें उनका नया घर देखने का आमंत्रण दिया था। उनके घर पर सिर्फ पारिवारिक चर्चा हुई, इसका राजनीतिक अर्थ नहीं लगाया जाना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल तथा पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नितिन गडकरी-राज ठाकरे की मुलाकात व्यक्तिगत थी। भाजपा ने पहले ही तय किया है कि महाराष्ट्र में पार्टी अपने दम पर ही चुनाव लड़ने वाली है इसलिए मुलाकात के बाद भाजपा-मनसे गठबंधन का अर्थ नहीं लगाया जाना चाहिए।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा कि राजनीति में इस तरह की मुलाकात होती रहती है। राजनीति में रहने वाले हर व्यक्ति के व्यक्तिगत संबंध सभी पार्टी के नेताओं के साथ रहते हैं, इसलिए इस तरह की मुलाकात का अलग अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए। लेकिन मनसे ने मराठी का मुद्दा छोड़ दिया है और अब अलग जमीन तलाश रही है। उनका आरोप है कि शिवसेना तथा महाविकास आघाड़ी सरकार के विरोध में साजिश रची जा रही है। मुंबई नगर निगम चुनाव में शिवसेना को परास्त करने का भी प्रयास किया जा रहा है। संजय राऊत ने कहा कि चाहे किसी भी प्रकार की साजिश हो, मुंबई नगर निगम पर शिवसेना का वर्चस्व बरकरार रहने वाला है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता अमोल मिटकरी ने कहा कि नितिन गडकरी तथा राज ठाकरे की मुलाकात पूर्व नियोजित थी। इसकी टाइमिंग पहले से तय थी। भाजपा को आगामी चुनाव में मनसे का साथ आवश्यक हो गया है, इसी वजह से यह मुलाकात आयोजित की गई। इस मुलाकात के बाद बहुत जल्द भाजपा-मनसे गठबंधन का निर्णय लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि रविवार देर रात नितिन गडकरी राज ठाकरे के दादर स्थित निवास शिव तीर्थ पर गए थे और दो घंटे तक दोनों नेताओं में चर्चा हुई। नितिन गडकरी ने राज ठाकरे के घर पर ही भोजन किया और देर रात वहां से वापस लौटे।
मुलाकात से बालासाहेब ठाकरे के मुंबई स्थित आवास मातोश्री पर अटल बिहारी वाजपेई, लालकृष्ण आडवाणी तथा प्रमोद महाजन की हुई मुलाकातों की यादें ताजा हो गई हैं। इन नेताओं के बीच शुरुआती तौर पर इसी तरह की बैठकों के बाद भाजपा-शिवसेना के बीच हिंदुत्व के मुद्दे पर गठबंधन हुआ था, जो सबसे लंबे समय ढाई दशक तक चला था।