चार्जशीट दाखिल करने से पहले SIT ने इस केस में बहुत बड़ा खुलासा किया था जिसमें कहा गया था कि, किसानों को मारने के मकसद से ही उनके उपर गाड़ी चढ़ाई गई थी।
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Lakhimpur Kheri Violence : लखीमपुर खीरी तिकुनिया हिंसा मामले में SIT ने आज यानी सोमवार को CJM कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी है। बता दें कि SIT द्वारा दायर कुल 5000 पन्नों की इस चार्जशीट में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी बनाया गया है। बता दें कि SIT ने अपने इस चार्जशीट में कुल 14 आरोपियों को शामिल किया है। SIT ने अपने चार्जशीट के साथ DVD और पेन ड्राइव भी जमा किया है।
घटना स्थल पर ही मौजूद था आशीष मिश्रा
SIT की चार्जशीट रिपोर्ट में बताया गया है कि घटना के दौरान आशीष मिश्रा घटना स्थल पर ही मौजूद था। फिलहाल इस केस में आरोपित आशीष मिश्रा सहित कुल 13 आरोपी जेल में हैं। चार्जशीट दाखिल करने से पहले SIT ने इस केस में बहुत बड़ा खुलासा किया था जिसमें कहा गया था कि, किसानों को मारने के मकसद से ही उनके उपर गाड़ी चढ़ाई गई थी।
सोची समझी साजिश के तहत दिया गया अंजाम
SIT ने कहा कि, यह एक सोची समझी साजिश थी जिसमें जान बूझकर किसानों के उपर गाड़ी चढ़ाई गई थी। चार्जशीट में SIT ने साफ किया कि, घटाना स्थल और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के जरिए जो जानकारी मिली है उससे साफ पता चलता है कि गलत इरादे से आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया है।
SIT ने लगाई गई धाराओं में किया बदलाव
इसके बाद SIT ने अपनी जांच में पाया कि किसानों को गाड़ी से कुचलने की पूरी घटना एक सोची समझी साजिश थी। फिर SIT ने आरोपियों पर लगाई गई धाराएं भी बदल दी। SIT ने IPC की धाराओं 279, 338, 304 A को हटाकर 307, 326, 302, 34,120 बी,147, 148,149, 3/25/30 लगाई हैं।
नया नाम भी जोड़ा गया
दायर चार्जशीट में एक नया नाम वीरेन्द्र शुक्ला का भी बढ़ाया गया है। बताया जा रहा है कि, वीरेन्द्र शुक्ला केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के बेहद करीबी हैं। वीरेंद्र शुक्ला पर सबूत मिटाने और सबूत के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है।
इस मामले में पहले कुल 13 अभियुक्त दोषी पाए गए थे जिसमें अब नया नाम जुड़ने के बाद से कुल 14 दोषी हो गए हैं। घटना के बाद से ही विपक्ष लगातार केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी का इस्तीफा मांग रहा है।
देखिये इस मामले पर हमारी यह खास रिपोर्ट –